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वजन घटाने का मिला आसान तरीका, जानें क्या कहती है रिसर्च

वैज्ञानिकों ने एक ऐसे आंत मिक्रोऑर्गैनिज्म और उसके मेटाबोलाइट्स की खोज की है जो स्वाभाविक रूप से ब्लड शुगर लेवल और चीनी की क्रेविंग को कम कर सकते हैं।

Author Edited By : Shivani Jha Updated: May 4, 2025 15:43
Weight Loss Tips
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वजन कम करने के लिए करने के लिए लोग कई तरह की कोशिश करते हैं। वहीं कई लोग जल्दी वजन कम करने के लिए ओजेम्पिक जैसी दवा लेते हैं, तो कुछ लोग डाइट से अपने वजन को कम करना चाहते हैं। कई बार ये चीजें उनके लिए आसान नहीं होती हैं। इसी ही को लेकर वैज्ञानिकों ने एक खोज की है, जो संभावित रूप से ओजेम्पिक जैसी वजन घटाने वाली दवाओं की जगह एक नेचुरल ऑप्शन हो सकती है। चीन में जियांगन विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं ने आंतों के लिए एक ऐसी नेचुरल दवा को खोजा जो ब्लड शुगर के लेवल और चीनी की क्रेविंग को कंट्रोल कर वजन घटाने में मदद कर सकती है।आइए जानते हैं कि इसे लेकर रिसर्च क्या कहती है?

क्या कहती है रिसर्च?

नेचर माइक्रोबायोलॉजी में प्रकाशित अध्ययन में पाया गया कि डायबिटीज ग्रस्त चूहों में इस मिक्रोऑर्गैनिज्म  के बढ़ने से ग्लूकागन जैसे पेप्टाइड-1 (जीएलपी-1) एक्टिव हो सकता है, जो एक हार्मोन है और ब्लड शुगर के लेवल को कंट्रोल करता है।

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जीएलपी-1 शरीर द्वारा उत्पादित एक नेचुरल हार्मोन है और इसे अक्सर टाइप 2 डायबिटीज वाले लोगों में देखा जाता है। ओजेम्पिक जैसी दवाएं इस नेचुरल प्रक्रिया की नकल करती हैं, लेकिन शोधकर्ता अब शरीर को अपने आप ज्यादा जीएलपी-1 का उत्पादन करने के तरीके खोज रहे हैं। नए शोध से पता चलता है कि बी. वल्गेटस जैसे आंत के मिक्रोऑर्गैनिस्मस और उनके मेटाबोलाइट्स किसी व्यक्ति की मीठा खाने की आदत को कंट्रोल करने में मदद करते हैं।

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चूहों पर कि कई रिसर्च  

अध्ययन में पाया गया कि Ffar4 नामक आंत प्रोटीन की कमी वाले चूहों में बी. वल्गेटस की आंत की कॉलोनियां कम हो गईं, जिससे FGF21 नामक हार्मोन का लेवल कम हो गया। मनुष्यों में, FGF21 के आनुवंशिक रूप मीठे फूड के लिए बढ़ती पसंद से जुड़े थे। शोध की टीम ने ये भी पाया कि बी. वल्गेटस के मेटाबोलाइट के साथ चूहों का इलाज करने से GLP-1 बढ़ा, जिसने फिर FGF21 को ट्रिगर किया।

अभी रिसर्च की जरूरत

इस जरूरी रिसर्च से से वजन और ब्लड शुगर के लेवल को नेचुरल रूप से कंट्रोल करने के नए तरीके सामने आ सकते हैं, जिससे ओजेम्पिक जैसी दवाओं की जरूरत कम हो सकती है। इस नेचुरल ऑप्शन की क्षमता का पता लगाने के लिए और ज्यादा शोध की जरूरत है।

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Disclaimer: ऊपर दी गई जानकारी पर अमल करने से पहले विशेषज्ञों से राय अवश्य लें। News24 की ओर से जानकारी का दावा नहीं किया जा रहा है।

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Shivani Jha

First published on: May 04, 2025 03:43 PM

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