Ayurvedic Oil For Joint Pain: आज के समय में ऐसे बहुत से लोग हैं जो अपने जोड़ों के दर्द (Joint Pain) से परेशान रहते हैं. इसके लिए डॉक्टर से लेकर घरेलू उपायों तक को आजमा लेते हैं, लेकिन फिर भी कोई फर्क नहीं दिखता. अब यह समस्या सिर्फ बड़े-बूढ़ों तक ही सीमित नहीं है, बल्कि कम उम्र के लोग भी इस दिक्कत का शिकार हो रहे हैं, जिससे उन्हें चलने-उठने में काफी दिक्कत होती है.
अगर आप भी हजारों रुपये खर्च कर चुके हैं और चाहते हैं कि आपको जोड़ों के दर्द से राहत (Joint pain relief) मिल जाए, तो आइए जानते हैं एक्सपर्ट किरण कुकरेजा के आयुर्वेदिक तेल की रेसिपी (Ayurvedic oil) के बारे में जिसे अजमाकर दर्द से राहत पाई जा सकती है. साथ ही अगर आपको आर्थराइटिस (Arthritis) की दिक्कत है तो उससे भी छुटकारा मिल सकता है.
आयुर्वेदिक तेल बनाने की सामग्री
एक्सपर्ट किरण कुकरेजा के अनुसार इस तेल को बनाना बेहद आसान है जिसके लिए आपको बस कुछ ही चीजों की जरूरत पड़ेगी.
- सरसों का तेल
- 5-6 छिले हुए लहसुन
- 2 चम्मच अजवाइन
- 7-8 ठंडिया निरकुड़ी
- इस तरह बनाएं आयुर्वेदिक तेल
इस तरह बनाएं आयुर्वेदिक तेल
किरण कुकरेजा के मुताबिक इस तेल को बनाने के लिए सबसे पहले एक कढ़ाई लें और उसमें अच्छी मात्रा में सरसों (Mustard oil) का तेल डालें. जब तेल गरम हो जाए तो उसमें 5-6 छिले हुए लहसुन डालें. इसके बाद 2 चम्मच अजवाइन डालें. जब ये दोनों हल्के भून जाएं तो 7-8 ठंडिया निरकुड़ी डालें और अच्छे से पकने दें. जब सारी सामग्री अच्छे से पक जाए तो इसे ठंडा होने के लिए रख दें. ठंडा होने पर इसे किसी कांच की बोतल में भर लें. रोजाना इससे अपने हाथ-पैर और जोड़ों की मालिश करें.
इस आयुर्वेदिक तेल के फायदे
इस तेल में इस्तेमाल की गई सभी सामग्रियां जैसे सरसों का तेल, लहसुन, अजवाइन और निरकुड़ी आयुर्वेद में अपने औषधीय गुणों के लिए जानी जाती हैं. रोजाना इस तेल से मालिश करने से जोड़ो में जमी सूजन और जकड़न कम होती है. लहसुन में एंटी-इंफ्लेमेटरी (Anti-inflammatory) गुण होते हैं जो सूजन और दर्द को राहत देने में मदद करते हैं. अजवाइन में मौजूद थाइमोल मांसपेशियों (Muscles) की ऐंठन को दूर करता है वहीं निरकुड़ी पुरानी सूजन और आर्थराइटिस के दर्द में असरदार मानी जाती है.
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