How To Maintain A Healthy Lifestyle: आजकल ज्यादातर कामों के लिए हमारे पास अलग-अलग तरह की मशीनें हैं। जिस वजह से फिजिकल एक्टिविटी बहुत ही कम हो गई है। दूसरा हममें आलसपन काफी बढ़ जाता है, कोई काम करने का दिल नहीं करता है। शारीरिक या मानसिक रूप से कमजोर होने पर डेली लाइफ की चीजों में बाधा आने लगती है।
अगर सामान्य तौर पर लोगों के खून की जांच की जाए तो बी 12 और बी 6 आदि की कमी दिखती है। इसका कारण है पौष्टिक और संतुलित आहार की कमी का होना। फिजिकल इनएक्टिविटी ज्यादातर शहरी क्षेत्रों में देखी जाती है।
क्यों खराब हो रही है लाइफस्टाइल
घनी आबादी वाले जितने भी बड़े शहर हैं,जहां सुबह-शाम टहलने के लिए पार्क या खुली जगहें नहीं हैं और अगर है भी तो काफी सीमित जगह पर होती है। ऐसे में लोग कहां टहलें, कहां व्यायाम करें। घर से बाहर निकल कर व्यायाम या तैराकी करें या साइकिल चला पाएं, इस बारे में हम अक्सर सोचते तो हैं, लेकिन यह पॉसिबल नहीं हो पाता। कई बार तो प्रदूषण होने से भी बाहर निकलना मुश्किल होता है। ऐसे में फिट रहना चुनौतीपूर्ण हो जाता है।
महिलाएं होती हैं एक्टिव, लेकिन अनफिट क्यों
हमारे देश में 60-70 % महिलाएं, खासकर ग्रामीण क्षेत्रों में इतनी मेहनत करती हैं, जिसकी मिसाल पूरी दुनिया में नहीं है। घर से बाहर तक, खेतों से पशुपालन तक वे जी-जान से कड़ी मेहनत करती हैं। उनके अनफिट होने के पीछे सबसे प्रमुख कारण भरपूर पोषण का न होना है। एक्टिव लाइफस्टाइल वाली महिलाएं आमतौर पर मोटापा ग्रस्त नहीं होती हैं। यह समस्या 15-20 % आबादी में ही है। देश में 50 % से अधिक महिलाएं एनीमिक हैं।
बच्चों में भी खून की कमी देखी जाती है। बच्चों को जो पोषण मिलना चाहिए, वह नहीं मिल रहा है। कुछ बच्चे कम आयु में ही मोटापे का शिकार हो रहे हैं तो वहीं भरपूर पोषण से होने वाली कमी बच्चों की भी संख्या बढ़ रही है। शहरों में घरों में काम करने वाली महिलाएं फिट होती हैं। एक ही घर में फिट और अनफिट दोनों तरह की महिलाएं हैं।
जरूरी है फिजिकल एक्सरसाइज
योग और व्यायाम को लेकर हाल के सालों में जागरूकता तो बढ़ी है, पर लोगों की लाइफ में इसका असर लाने के लिए निरंतरता जरूरी है। भले ही आप योग और प्राणायाम रेगुलर रूप से करते हों, लेकिन दुनियाभर में फिट रहने के लिए व्यायाम करना ही होगा। सबसे आसान है टहलना, अगर हम यह भी नहीं कर रहे हैं तो स्वास्थ्य समस्या होना स्वाभाविक ही है।
एरोबिक और एनारोबिक एक्सरसाइज में अंतर
व्यायाम मुख्य रूप से दो तरह के होते हैं-एरोबिक और एनोरोबिक। योग एनारोबिक एक्सरसाइज है। शरीर की मजबूती के लिए एरोबिक एक्सरसाइज जरूरी है। लोगों को इस तरह के व्यायाम के लिए जागरूक करने की जरूरत है।
मोटापे से बचें
जो लोग मोटापे के शिकार होते हैं, उनको क्या-क्या समस्याएं हो सकती हैं, इसकी जानकारी लगभग हर किसी को है। लोग मोटापे के ऐसे चक्र में फंस जाते हैं, जहां एक्टिविजम भरा जीवन मुश्किल होने लगता है। खाना कम खाने या न खाने, अलग-अलग तरह के डाइट प्लान का चलन शुरू हो गया है। इससे भी अलग ही समस्या पैदा हो रही है। इससे विटामिन-बी, बी 12, विटामिन-डी, आयरन आदि संतुलन बिगड़ने लगता है। लोग संतुलित भोजन की बात नहीं करते हैं। आज के समय में फिट रहने के लिए जागरूकता और सही जानकारी जरूरी है।
ये भी करें
- कम से कम 60 मिनट रेगुलर एक्सरसाइज जरूरी, इसमें एरोबिक एक्सरसाइज अधिक होनी चाहिए।
- कम से कम 3 दिन सप्ताह में, हड्डियों व मांसपेशियों की मजबूती के लिए तीव्र व्यायाम (जैसे-तेज चलना, डांस करना और बागवानी करना) करें।
- हर सप्ताह 150 मिनट तक मध्यम से तीव्र एरोबिक करें।
जानें जरूरी बातें
- फिजिकल मेंटल और इमोशनल रूप से फिट रहें। ये सभी एक-दूसरे से जुड़े हैं।
- साफ-सफाई और खानपान का ध्यान रखें।
- शरीर के लिए हानिकारक भोजन से बचें। आजकल की खाने-पीने की चीजें मिलावट हो रही हैं।
- हमारी सोच और स्वास्थ्य अच्छा होगा तो दूसरों के स्वास्थ्य के प्रति भी जागरूक होंगे।
- फिजिकल एक्टिविटी ही नहीं, मानसिक परेशानी व तनाव से भी लोगों को डायबिटीज, हाइपरटेंशन जैसी बीमारियां हो रही हैं।
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