नई दिल्ली: योगेंद्र यादव ने संयुक्त किसान मोर्चा (SKM) को पत्र लिखकर SKM की कोआर्डिनेशन कमेटी की जिम्मेदारी छोड़ने का ऐलान किया है। उन्होंने पत्र लिखकर कहा- सभी जनांदोलनों और विपक्षी राजनीतिक दलों के बीच समन्वय की अपनी प्राथमिकता के चलते मुझे संयुक्त किसान मोर्चा की कोआर्डिनेशन कमेटी की जिम्मेदारी से मुक्त किया जाए। “जय किसान आंदोलन” का सदस्य होने के नाते मैं संयुक्त किसान मोर्चा का सिपाही बना रहूंगा।
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संयुक्त किसान मोर्चा को मेरा पत्र:
सभी जनांदोलनों और विपक्षी राजनीतिक दलों के बीच समन्वय की अपनी प्राथमिकता के चलते मुझे संयुक्त किसान मोर्चा की कोआर्डिनेशन कमेटी की जिम्मेवारी से मुक्त किया जाए।"जय किसान आंदोलन" का सदस्य होने के नाते मैं संयुक्त किसान मोर्चा का सिपाही बना रहूंगा pic.twitter.com/DygwTFyRM2— Yogendra Yadav (@_YogendraYadav) September 4, 2022
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31 अगस्त को जूम मीटिंग में बता दिया था
यादव ने अपने पत्र में लिखा 31 अगस्त की जूम मीटिंग में मैंने आप सब को सूचित कर दिया था कि मैं अब संयुक्त किसान मोर्चा की कोऑर्डिनेशन कमेटी के सदस्य की जिम्मेदारी नहीं निभा पाऊंगा। पिछले कुछ समय से मुझे महसूस हो रहा है कि इस किसान विरोधी (और देश विरोधी) मोदी सरकार का मुकाबला करने के लिए यह जरूरी है कि जमीन पर चल रहे सभी जन आंदोलनों (किसान और मजदूर आंदोलन; बेरोजगारी, मंहगाई और अग्रिपथ जैसे मुद्दों के आंदोलन आदि) और इस सरकार की नीति के खिलाफ खड़े विपक्षी राजनीतिक दलों की ऊर्जा को जोड़ा जाए।
इसलिए मैं किसान आंदोलन के साथ-साथ अन्य आंदोलनों से भी संपर्क में हूं। अपनी पार्टी “स्वराज इंडिया” के साथ साथ अन्य राजनीतिक दलों के साथ समन्वय की कोशिश में भी लगा हुआ हूं। मेरी उम्मीद है कि इन कोशिशों से किसान आंदोलन के हाथ भी मजबूत होंगे।
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राष्ट्रीय अध्यक्ष अधीक साहा का लिया नाम
आगे यादव ने अपने पत्र में कहा मेरी इस प्राथमिकता को देखते हुए मेरे लिए संभव नहीं हो पाएगा कि मैं संयुक्त किसान मोर्चा की कोआर्डिनेशन कमेटी की जिम्मेदारी के साथ न्याय कर सकूं। कृपया मेरे इस पत्र को संयुक्त किसान मोर्चा की राष्ट्रीय बैठक के सामने रखकर मुझे इस जिम्मेदारी से मुक्त किया जाए। मेरी जगह मेरे संगठन जय किसान आंदोलन” के राष्ट्रीय अध्यक्ष अधीक साहा इस जिम्मेदारी के लिए उपयुक्त रहेंगे।
पत्र में कहा कि जाहिर है “जय किसान आंदोलन’ का सदस्य होने के नाते मैं संयुक्त किसान मोर्चा का सिपाही बना रहूंगा और मोर्चे द्वारा तय किसी भी कार्यक्रम में पूरा सहयोग दूंगा। भारत के ऐतिहासिक किसान आंदोलन के दौरान संयुक्त किसान मोर्चा की कोऑर्डिनेशन कमेटी का सदस्य होना मेरे लिए बहुत बड़ा गौरव रहा है। मुझे यह जिम्मेवारी देने और इसका निर्वाह करने में सहयोग देने के लिए मैं ताउम्र आप सबका ऋणी रहूंगा।
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