---विज्ञापन---

देश

Year Ender 2025: 2 आतंकी हमलों से दहला देश, 41 लोगों ने गंवाई जान, पढ़ें ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की कहानी

Terrorist Attacks in India in 2025: भारत में साल 2025 में 2 आतंकी हमले हुए थे, जिनमें 41 लोग मारे गए और तबाही का जो मंजर देखने को मिला, उसने देश ही नहीं, पूरी दुनिया को रुलाया. पूरी दुनिया में आतंकी हमलों की निंदा हुई और आतंकवाद-आतंकवादियों के घर पाकिस्तान को न्याय के कठघरे में खड़ा करने की मांग उठी.

Author Edited By : Khushbu Goyal
Updated: Dec 7, 2025 14:55
year ender 2025
दोनों आतंकी हमलों का कनेक्शन आतंकी संगठनों लश्कर और जैश से मिला.

Terrorist Attacks 2025 Year Ender: साल 2025 में भारत में 2 बड़े आतंकी हमले हुए, जिन्होंने न केवल भारतीयों को रुलाया, बल्कि पूरी दुनिया को झकझोर कर रख दिया. पूरी दुनिया ने आतंकी हमलों की निंदा की और भारत ने दुश्मन देश पाकिस्तान से बदला भी लिया. एक आतंकी हमला अप्रैल 2025 में पहलगाम में हुआ था, जिसका बदला पाकिस्तान के खिलाफ ऑपरेशन सिंदूर चलाकर लिया गया, वहीं दूसरा आतंकी हमला नवंबर 2025 में दिल्ली में हुआ था, जिसे दुनिया के सबसे बड़े और नेक प्रोफेशन डॉक्टरी से जुड़े लोगों ने अंजाम दिया था. आइए जानते हैं कि कब-क्या और कैसे हुआ था?

पहलगाम आतंकी हमला (अप्रैल 2025)

22 अप्रैल 2025 को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम जिले से 7 किलोमीटर दूर बैसरन घाटी में आतंकी हमला हुआ था, जिसमें 26 लोगों की मौत हुई थी. दोपहर एक से ढाई बजे के बीच घाटी में एन्जॉय कर रहे टूरिस्टों पर 5 आतंकियों ने अंधाधुंध गोलियां बरसाईं. हमले में 26 लोग मारे गए थे, जिनमें 25 टूरिस्ट और एक घोड़ा संचालक शामिल था. आतंकियों ने लोगों को कलमा पढ़ने के लिए मजबूर किया और नहीं पढ़ने पर गोली मार दी. आतंकी जंगल के रास्ते घाटी तक पहुंचे थे और मिलिट्री यूनिफॉर्म पहनकर आए थे, वहीं जहां हमला किया गया, वहां न आर्मी सिक्योरिटी थी और न ही CCTV लगे थे.

कंधे पर कैमरे लगाकर शूट थे वीडियो

आतंकियों ने अपने कंधों पर जो कैमरे लगाए हुए थे, उनसे वीडियो बनाई और वायरल किए थे, तब दुनिया के आतंकियों के द्वारा किए गए नरसंहार की भयावहता देखी. आतंकी हमले की जिम्मेदारी पहले पाकिस्तान के आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के प्रॉक्सी ग्रुप द रेजिस्टेंस फ्रंट (TRF) ने ली, लेकिन बाद में इनकार कर दिया. आतंकी हमले के अगले दिन प्रधानमंत्री मोदी ने बिहार के पटना जिले में एक रैली के दौरान पाकिस्तान को आतंकी हमले का साजिशकर्ता माना और साथ ही पाकिस्तान से बदला लेने का ऐलान किया. नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (NIA) को आतंकी हमले की जांच सौंपी गई.

---विज्ञापन---

पाकिस्तान के खिलाफ ऑपरेशन सिंदूर

23 अप्रैल को प्रधानमंत्री मोदी ने पाकिस्तान से बदला लेने का संकल्प लिया, जिसे 13 दिन बाद पूरा भी किया गया. सेना के तीनों अंगों ने मिलकर पाकिस्तान के खिलाफ ऑपरेशन सिंदूर चलाया. 6 मई को आधी रात के बाद तारीख 7 मई की शुरुआत होते ही पाकिस्तान में घुसकर 9 आतंकी ठिकानों को ध्वस्त कर दिया. मिसाइल और ड्रोन अटैक करके लश्कर-ए-तैयबा, जैश-ए-मोहम्मद और हिजबुल मुजाहिदीन के ठिकाने तबाह करके सेना के जवान लौट आए. उस रात करीब 100 आतंकी भी ढेर किए गए. इसके बाद 10 मई तक दोनों देशों के बीच जंग चली. पाकिस्तान ने जवाबी कार्रवाई करते हुए हमला किया.

13 मई से दोनों देशों के बीच सीजफायर

पाकिस्तान सीमा से सटे भारतीय राज्यों में ड्रोन और मिसाइल अटैक किए, जिनका भारतीय सेना ने भी मुंहतोड़ जवाब दिए. 13 मई को दोनों देशों के बीच सीजफायर हो गया. ऑपरेशन सिंदूर के अलावा भारत सरकार ने पाकिस्तान के खिलाफ कई एक्शन लिए, जैसे सिंधु जल संधि तोड़ दी. पाकिस्तानियों को देश से निकाल दिया. पाकिस्तानी राजदूतों और राजनयिकों को भी भारत छोड़कर जाने को कह दिया. पाकिस्तान के भारतीय एयर स्पेस और समुद्री क्षेत्र बंद कर दिया, जो आत तक बंद है. साथ ही पूरी दुनिया में डेलिगेट्स भेजकर आतंकवाद और आतंकियों को पनाह देने वाले पाकिस्तान का पर्दाफाश भी किया.

दिल्ली आतंकी हमला (नवंबर 2025)

पहलगाम आतंकी हमले के 6 महीने बाद नवंबर में दूसरा आतंकी हमला दिल्ली में हुआ. 10 नवंबर की शम को 6 बजकर 52 मिनट पर लाल किला मेट्रो स्टेशन के गेट नंबर-1 पर रेड लाइट पर एक स्विफ्ट कार में जोरदार धमाका हुआ, जिसने आस-पास खड़ी कारों और बाइकों को चपेट में ले लिया. धमाके दूर तक सुनाई दिए, जो इतने जोरदार थे कि कई शोरूम के शीशे टूट गए थे. वहीं एक के बाद एक धमाकों से लोगों के चिथड़े उड़ गए. धमाके में 15 लोगों ने जान गंवाए. वहीं कार धमाके में सुसाइड अटैकर भी मारा गया. केंद्र सरकार ने ए रिजॉल्यूशन पास करके दिल्ली कार धमाके को आतंकी हमला करार दिया.

फोरेंसिक जांच में साबित हुआ कि धमाका करने के लिए कार में IED प्लांट किया गया था और सोची समझी साजिश के तहत आतंकी हमला किया गया था. आतंकी हमले की जांच NIA को सौंपी गई और UAPA के तहत केस दर्ज किया गया. वहीं हरियाणा के फरीदाबाद जिले की अल फलाह यूनिवर्सिटी में आतंकी साजिश रचे जाने का पता चला. आतंकी हमले का कनेक्शन जैश-ए-मोहम्मद से निकला. आतंकी हमले से पहले जम्मू-कश्मीर और फरीदाबाद में टेरर मॉड्यूल का खुलासा हुआ था, जिससे अल फलाह मेडिकल यूनिवर्सिटी के डॉक्टर और प्रोफेसर जुड़े थे, जिन्होंने आतंकी हमले की साजिश रची थी.

आतंकी हमले में सुसाइड अटैकर जम्मू-कश्मीर निवासी डॉक्टर उमर नबी था, जो कार धमाके में मारा गया.

First published on: Dec 07, 2025 02:12 PM

संबंधित खबरें

Leave a Reply

You must be logged in to post a comment.