भारत सरकार ने हाल ही में एक बड़ा फैसला लेते हुए पाकिस्तान की यात्रा पर गए पाकिस्तानी पासपोर्ट धारकों को भारत लौटने की अनुमति दे दी है। इससे उन सैकड़ों लोगों को राहत मिलेगी, जो पाकिस्तान की यात्रा पर गए थे और पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत सरकार द्वारा उठाए गए कदम से वहीं फंस गए थे। केंद्र सरकार के इस फैसले से कई पाकिस्तानी महिलाएं जो भारत में ब्याही हैं और पाकिस्तान में फंसी थीं, अब अपने परिवार से मिल सकेंगी। सरकार के फैसले से खासतौर पर लॉन्ग टर्म वीजा धारकों को बड़ी राहत मिली है, जो हालिया तनाव के चलते मुश्किलों का सामना कर रहे थे। इस फैसले के बाद सोमवार को 29 नोरी वीजा धारक अटारी-वाघा बॉर्डर से भारत वापस लौटे।
सरकार के फैसले के बाद, अस्मा लौटी भारत
इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक, अस्मा एक पाकिस्तानी नागरिक है, लेकिन उसकी शादी भारत में हुई है। अस्मा सरकार के इस फैसले से बेहद खुश हैं। उन्होंने बताया कि ‘मैं पाकिस्तान अपने परिवार से मिलने के लिए फरवरी में गई थी, लेकिन वहां फंस गई थी। अब सरकार के इस कदम से मैं वापस भारत आकर बहुत खुशी महसूस कर रही हूं।’ यह राहत उन पाकिस्तानी नागरिकों के लिए अहम है जो भारत में रह रहे हैं, लेकिन वर्तमान में पाकिस्तान में फंसे थे। इस फैसले के चलते अब वे अपने परिवारों से मिल सकेंगे।
क्या होता है नोरी वीजा?
भारत में लॉन्ग टर्म वीजा पर रहे पाकिस्तानी और बांग्लादेश नागरिकों के लिए भारत सरकार नो ऑब्जेक्शन रिटर्न टू इंडिया (NORI) सर्टिफिकेट जारी करती है, जिसे आमतौर पर नोरी वीजा कहा जाता है। नोरी वीजा भारत सरकार द्वारा पाकिस्तान या बांग्लादेश जैसे देशों के लिए जारी किया जाता है, जिनके पास लॉन्ग टर्म वीजा है, लेकिन अभी तक भारतीय नागरिकता नहीं दी गई है। इसे एक विशेष वीजा माना जाता है। इसे आमतौर पर मानवीय आधार पर जारी किया जाता है, लेकिन यह मानक वीजा श्रेणियों का हिस्सा नहीं है। अटारी इंटीग्रेटेड चेक पोस्ट (आईसीपी) के भारतीय अधिकारियों के अनुसार, भारत सरकार ने नोरी वीजा धारकों को राहत दी है, जिसके तहत सीमा पार आवाजाही पर तत्काल रोक के बावजूद उन्हें वापस लौटने की अनुमति दी गई है।
200 नोरी वीजा धारक भारत आने के इंतजार में
जानकारी के मुताबिक, करीब 200 नोरी वीजा धारक पाकिस्तान में फंसे हुए हैं, जो भारत लौटने का इंतजार कर रहे हैं। वे भारत सरकार से पाकिस्तान से तत्काल बात करने और उनकी सुरक्षित वापसी की व्यवस्था करने की गुहार लगा रहे हैं। कई लोग कई दिनों से लाहौर के होटलों में फंसे हुए हैं और वाघा इमिग्रेशन के चक्कर लगा रहे हैं, लेकिन भारत लौटने की अनुमति नहीं दी गई है।
Around 200 𝗡𝗼𝗿𝗶 𝗩𝗶𝘀𝗮 holders are stranded in Pakistan, waiting to return to India.
They plead to the Indian government to urgently talk to Pakistan and arrange their safe return.
Many have been stuck for days, staying in Lahore hotels, making repeated visits to Wagah… pic.twitter.com/FdgpUP1t96— Ravinder Singh Robin ਰਵਿੰਦਰ ਸਿੰਘ رویندرسنگھ روبن (@rsrobin1) April 26, 2025
भारत ने रद्द किए हैं 12 कैटेगरी के वीजा
बता दें कि जम्मू-कश्मीर के पहलगाम के बैसरन मैदान में 22 अप्रैल हुए आतंकी हमले के बाद भारत सरकार ने सख्त कदम उठाते हुए पाकिस्तानी नागरिकों के लिए वीजा सेवाओं को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। भारत सरकार ने 23 अप्रैल को जानकारी दी थी कि पाकिस्तानी नागरिकों के 12 कैटेगरी के वीजा रद्द कर दिए गए हैं। जिसमें से मेडिकल वीजा को छोड़कर बाकी अन्य 1 2कैटेगरी के वीजाधारकों को 27 अप्रैल तक भारत छोड़ने का आदेश दिया गया था। पाकिस्तान से भारत में आए इलाज कराने वाले नागरिकों को मेडिकल वीजा जारी किया जाता है। इन्हें 29 तारीख तक भारत छोड़ने को कहा गया है।