Tirupati laddus Controversy: तिरुमाला तिरुपति मंदिर हर समय हजारों-लाखों श्रद्धालुओं से भरा रहता है। आंध्र प्रदेश में स्थित यह लोकप्रिय आध्यात्मिक स्थान है। हालांकि, अब मंदिर के लड्डुओं को लेकर एक विवाद हो गया है। लड्डू को भगवान बालाजी का प्रसाद माना जाता है और यह एक लोकप्रिय प्रसाद भी है जिसे आमतौर पर भक्त घर ले जाते हैं।
दरअसल, अब तिरुपति तिरुमाला ट्रस्ट (TTD) कर्नाटक मिल्क फेडरेशन (KMF) से घी नहीं खरीदेगा। KMF के घी से ही पिछले 50 सालों से लड्डू तैयार हो रहे हैं। KMF के अध्यक्ष भीमा नायक ने कहा कि प्रतिष्ठित तिरूपति लड्डू अब KMF द्वारा संचालित नंदिनी डेयरी के घी का उपयोग करके नहीं बनाए जाएंगे। नंदिनी दूध प्रोडक्ट की कीमत में बढ़ोतरी के बाद TTD ने घी का टेंडर एक अलग कंपनी को दे दिया है।
बल्लारी में पत्रकारों से बात करते हुए नायक ने कहा, ‘जैसे ही हमने 1 अगस्त से दूध की कीमतों में बढ़ोतरी की घोषणा की, इससे घी की कीमतें भी बढ़ जाएंगी। टीटीडी को एक नई कंपनी मिली है जो उन्हें सस्ती कीमत पर तिरुपति लड्डू बनाने के लिए घी उपलब्ध कराती है। इसलिए, कई वर्षों के बाद, हमें TTD को नंदिनी घी की आपूर्ति रोकनी पड़ी।’
क्या पहले जैसे नहीं रहेंगे लड्डू
उन्होंने यह भी कहा कि नंदिनी का घी वैश्विक मानकों पर खड़ा होता है और अन्य ब्रांड का घी इसकी गुणवत्ता की बराबरी नहीं कर सकता। KMF अध्यक्ष ने कहा, ‘मुझे लगता है कि अब लड्डू पहले जैसे नहीं रहेंगे। मैं यह भी आश्वासन दे सकता हूं कि नंदिनी बाजार में सबसे अच्छा घी प्रदान करती है और सभी गुणवत्ता जांच से गुजरा हुआ है। यदि कोई ब्रांड नंदिनी से कम कीमत पर घी की आपूर्ति कर रहा है, तो मैं मानता हूं कि गुणवत्ता से समझौता किया जाएगा।’ बता दें कि पिछले हफ्ते कर्नाटक कैबिनेट ने नंदिनी दूध की कीमत में ₹3 प्रति लीटर की बढ़ोतरी को हरी झंडी दे दी है।