दुर्गापुर, अमर देव पासवान: पश्चिम बंगाल दुर्गापुर गोपाल माठ के रहने वाला छोटन घोष उर्फ़ मनु इन दिनों काफी सुर्खियों मे हैं। छोटन पैसे से एक फ्लावार डिकोरेटर का काम करता है और शादी, किसी के जन्मदिन या फिर अन्य किसी समारोह में फूलों के द्वारा मंच को सजाने का काम करते हैं।इस काम से उसकी और उसके परिवार का भरण पोषण होता हैं। छोटन की आर्थिक स्थिति उतनी मजबूत नहीं हैं कि वह अपने किसी सपनों को पूरा कर सकें या फिर अपनी किसी प्रकार की इच्छा की पूर्ति कर सकें।
जब भी इलाके के युवक मोटरसाकल लेकर इधर -उधर घूमने जाते हैं तो छोटन की भी कभी -कभी यह इच्छा होती थी की कास उसके पास भी कोई मोटरसाईकल होती, जिसकी वह सवारी कर पाता। हर बार छोटन के सपनों और इच्छा पूर्ति के सामने उसकी कमजोर आर्थिक स्थित उसके सपनों को उड़ान भरने मे सबसे बड़ा रोड़ा बनकर सामने आ जाती। एक बार छोटन के दिमाग़ मे आया की अभी तो बाजार मे पेट्रोल वाली बाइक के आलावा बैटरी और इलेक्ट्रीक वाली बाइक आ गई है, और लोग उसका इस्तेमाल भी कर रहे हैं, उस बाइक मे खर्च भी कम पड़ता है। क्यों नही वैसा ही एक बाइक बनाने की वह कोशिश करें। अपने मन मे दृढ विश्वास लिए छोटन ने महज 15 हजार की लागत से इलेक्ट्रीक बाइक बनाने के लिए वह सभी कल पुर्जे ख़रीदे जो छोटन के सपनों को एक नई दिशा दिखाने के लिए काफ़ी थे।
छोटन ने लगभग 22 दिनों की कड़ी मेहनत के बाद एक इलेक्ट्रीक बाइक बनाकर तैयार कर दी। जिस बाईक पर एक दो नही बल्कि 10 लोग एक साथ बैठकर सफर का मजा ले सकते हैं। छोटन के द्वारा बनाई गई यह अनोखी बाइक महज 8 रुपए के खर्च पर 100 किलोमीटर तक दौड़ती है। छोटन अब हर सुबह दुर्गापुर के सड़कों पर अपने दोस्तों को अपने हांथों से बनाई बाइक पर बैठाकर घुमाता है, और राह चलते लोग छोटन के इस अनोखे बाइक के अनोखे सफर का वीडियो बनाते हैं।
लोगों द्वारा बनाया गया वही वीडियो अब सोसल मिडिया पर खूब चर्चा का केंद्र बना हुआ है। छोटन की पहचान उसके इलाके से लेकर पुरे राज्य के साथ -साथ अन्य राज्यों तक हो चुकी है।
छोटन कहता है उसकी आर्थिक स्थिति काफी कमजोर है, अगर छोटन को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के द्वारा कुछ सहयोग मिले तो वह इस तरह के कई बाईक बना सकता है।