विवेक चंद्र, रांची: झारखंड के हजारीबाग में इंसान और पशु प्रेम की अनोखी घटना इलाके में चर्चा का विषय है। हजारीबाग के चैथी गांव में एक बछड़ा अपने मालिक की मौत पर अंतिम संस्कार में श्मशान घाट पहुंच गया। वह श्मशान घाट पहुंच कर खुब रोया और मालिक के शव को चूमा भी। इतना ही नहीं उसने चिता पर रखे शव की अन्य लोगों के साथ परिक्रमा भी की और दांत से दबा लकड़ी भी लाकर चिंता पर रखी। बताया जा रहा कि वह वहां से नहीं हटा जब तक पार्थिव शरीर पंचतत्व में विलीन नहीं हो गया।
बछड़े को पहले हुई भगाने की कोशिश
एकाएक श्मशान घाट में जब बछड़े को शव के पास आकर रंभाता देख लोगों ने पहले तो उसे भगाने की कोशिश की पर वह बार-बार शव के पास आने लगा। इसके बाद वहां मौजूद बुजुर्ग के कहने पर जब उसे शव के पास जाने दिया गया तो उसने शव को चूमा और फिर रंभाने लगा। लोगों ने बछड़े को स्नान कराया और इसके बाद उसे अंतिम संस्कार की रस्म में शामिल कराया गया।
तीन माह पूर्व बेच दिया था बछड़ा
स्थानीय लोगों के मुताबिक कि मृतक मेवालाल ने एक गाय पाल रखी थी, उससे वह बछड़ा हुआ था। बछड़े को आर्थिक तंगी के कारण तीन महीने पहले उन्होंने बगल के गांव में बेच दिया था।