Telangana Vidhansabha Chunav Exit poll 2023: 5 राज्यों में विधानसभा चुनाव के एग्जिट पोल के नतीजे सामने आ गए हैं। अंतिम नतीजे तो दो दिन बाद मतगणना के बाद ही आएंगे लेकिन अलग-अलग एग्जिट पोल में जीत को लेकर भविष्यवाणी कर दी गई है। News24 Today’s Chanakya स्टेट एनालिसिस के एक्जिट पोल के मुताबिक तेलंगाना में कांग्रेस को 71 से ज्यादा सीटें मिल रही हैं। वहीं बीआरएस को 33 और बीजेपी को 7 सीटें मिल रही हैं। अन्य को 8 सीटें मिल रही हैं।
Polstrat के मुताबिक तेलंगाना में कांग्रेस और बीआरएस के बीच कांटे की टक्कर है। देखने को मिल रही है। इसबार के विधानसभा चुनाव में बीजेपी को 5-10 सीटें मिल रही हैं, कांग्रेस को 49-59 सीटें मिल रही हैं। वहीं बीआरएस को 48-58 सीटें मिल सकती हैं। मुख्य मुकाबला कांग्रेस और बीआरएस के बीच बताया गया है।
तेलंगाना में इस समय केसीआर की पार्टी BRS की सरकार है। के चंद्रशेखर राव इस समय राज्य के मुख्यमंत्री हैं। 2018 के विधानसभा चुनाव में उनकी पार्टी टीआरएस (अब बीआरएस) को कुल 119 सीटों में से 88 सीटें मिली थीं। वहीं कांग्रेस को 19 सीटें मिली थीं और वह मुख्य विपक्षी पार्टी थी। असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम को 7 सीटों पर जीत मिली थी। उनकी पार्टी को 2.71 फीसदी वोट मिले थे। AIMIM ने कई सीटों पर कांग्रेस के वोट काट लिए थे जिससे बीआरएस को फायदा मिला था।
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बीजेपी को मिली थीं कितनी सीटें
2018 के चुनाव में बीजेपी को 1 और अन्य दलों को 4 सीट मिली थी। राज्य में इसबार बीजेपी, कांग्रेस और बीआरएस ने जमकर चुनाव प्रचार किया है। कुल 2290 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं। 3 करोड़ 26 लाख से अधिक मतदाता हैं। इसबार कांग्रेस जहां जीत का दावा कर रही है तो वहीं बीजेपी भी पीछे नहीं है। तेलंगाना में इसबार 3 करोड़ से अधिक मतदाता हैं।
तेलंगाना में 45 लाख मुस्लिम आबादी
2018 के विधानसभा चुनाव में कुथबुल्लापुर विधानसभा क्षेत्र में सबसे ज्यादा वोटर थे, जबकि भद्राचलम में सबसे कम मतदाता थे। कुथबुल्लापुर निर्वाचन क्षेत्र में कुल 5 लाख 23 हजार 241 मतदाता थे। यह विधानसभा क्षेत्र रंगारेड्डी जिले में पड़ता है। वहीं भद्राचलम विधानसभा सीट खम्मम जिलें पड़ती है। यहां 1 लाख 24 हजार 158 मतदाता थे।
तेलंगाना में 45 लाख मुस्लिम आबादी है। यह कुल आबादी का 13 प्रतिशत है। 119 सीटों में से 45 सीटों पर मुस्लिम वोटों का खास प्रभाव है। हैदराबाद के मुस्लिम इलाकों में AIMIM की खासी पकड़ है। ओवैसी की पार्टी इसबार सिर्फ 9 सीटों पर चुनावी मैदान में है।
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