Tamizhagam Row: तमिलनाडु में तमिझगम विवाद के बीच मंगलवार को पश्चिमी चेन्नई में ‘गेट आउट रवि’ वाले पोस्टर देखे गए। बता दें कि सोमवार को विधानसभा की कार्रवाई के दौरान राज्यपाल आरएन रवि ने सुझाव दिया था कि प्रदेश का नाम ‘तमिलनाडु’ के बजाय ‘तमिझगम’ अधिक उपयुक्त नाम होगा। राज्यपाल के इस सुझाव के बाद विवाद खड़ा हो गया। आज ‘#Getout Ravi’ शब्दों वाले कई पोस्टर तमिलनाडु के पश्चिम चेन्नई में वल्लुवर कोट्टम और अन्ना सलाई क्षेत्रों में देखे गए।
राज्यपाल की टिप्पणी पर मचे बवाल के बीच पिछले कुछ दिनों से ट्विटर पर ‘#Getout Ravi’ टॉप ट्रेंड कर रहा है। इससे पहले तमिलनाडु विधानसभा में सोमवार को उस समय हड़कंप मच गया जब राज्यपाल उद्घाटन सत्र में अपने पारंपरिक अभिभाषण के लिए पहुंचे।
Tamil Nadu | Posters 'Get out Ravi' seen around Valluvar Kottam and Anna Salai in Chennai
A ruckus broke out in Assembly y'day when Gov RN Ravi began his address. Later, after concluding his address, he walked out when CM alleged that the Gov skipped certain parts of the speech pic.twitter.com/XU7MDDORhV
---विज्ञापन---— ANI (@ANI) January 10, 2023
सोमवार को भी विधानसभा में हुआ था बवाल
सत्तारूढ़ द्रमुक और उसके सहयोगी दलों कांग्रेस और विदुथलाई चिरुथिगाल काची (वीसीके) के सदस्यों ने विधानसभा से वॉकआउट करने से पहले राज्यपाल के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी। डीएमके विधायकों ने ‘बीजेपी, आरएसएस की विचारधारा मत थोपें’ जैसे नारे लगाए।
डीएमके और सहयोगी दलों ने राज्यपाल के रुख का विरोध किया और उन पर भाजपा की वैचारिक स्थिति का समर्थन करने का आरोप लगाया। विधायकों ने कहा, ‘यह नागालैंड नहीं, यह गर्वित तमिलनाडु है।’ हालांकि हंगामे के बीच राज्यपाल रवि अपना अभिभाषण देते रहे। ट्रेजरी बेंच ने ऑनलाइन जुए पर प्रतिबंध लगाने की भी मांग की।
कई विधेयक को लेकर राज्यपाल और सरकार आमने-सामने
सत्तारूढ़ डीएमके और राजभवन के बीच ऐसे कई विधेयकों को लेकर खींचतान चल रही है, जो राज्यपाल की स्वीकृति के लिए लंबित हैं, जिनमें ऑनलाइन जुआ और दांव-आधारित ऑनलाइन गेम शामिल हैं। सूत्रों ने बताया कि दिसंबर 2022 तक विधानसभा में पारित कुल 21 विधेयक राजभवन के पास लंबित हैं।