मुंबई पर हमले के आरोपी तहव्वुर राणा को भारत में प्रत्यर्पण कराया जा चुका है। यहां पर उसको विशेष कोर्ट ने 18 दिन की कस्टडी में एनआईए को सौंप दिया। पाकिस्तानी-कनाडाई मूल के तहव्वुर को शुक्रवार सुबह भारत लाया गया था। बता दें कि तहव्वुर को एनआईए हेडक्वार्टर में ग्राउंड फ्लोर पर बनी 14/14 की सेल में रखा गया है। फिलहाल उसे आत्महत्या की निगरानी में रखा गया है। उसकी 24 घंटे सीसीटीवी से निगरानी हो रही है। एनआईए को डर है कि तहव्वुर आत्महत्या कर सकता है।
दिल्ली के लोधी रोड स्थित सीजीओ कॉम्प्लेक्स में एनआईए का मुख्यालय है। रिपोर्ट के अनुसार राणा को 14/14 फीट के एक कमरे में भूतल पर रखा गया है। उसे लिखने के लिए नरम नोक वाला पेन दिया गया है ताकि वह खुद को नुकसान न पहुंचा सके।
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अफसरों को सहयोग नहीं कर रहा
बता दें कि शुक्रवार को एनआईए ने राणा से पूछताछ की। इस दौरान एजेंसी ने उससे पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई से संबंधों और इंडिया में स्लीपर सेल की मौजूदगी से जुड़े कई सवाल पूछे गए। खास तौर पर उससे डेविड हेडली से जुड़े सवाल किए जा रहे हैं। सूत्रों की मानें तो राणा से पूछताछ शुरू हो गई है। अब वो जांच एजेंसी के सवालों से कन्नी काट रहा है। राणा एनआईए के अफसरों को सहयोग नहीं कर रहा है, हर सवाल पर चुप्पी साध रहा है या गोलमोल जवाब दे रहा है। उसने अधिकांश सवालों के जवाब पता नहीं में दिया।
हमले से पहले किया इन शहरों का दौरा
गौरतलब है कि तहव्वुर मुंबई हमले के साजिशकर्ता डेविड हेडली का करीबी रहा है। जोकि इस मामले में नंबर 1 आरोपी है। जांच एजेंसी को शक है कि राणा भारत यात्रा के दौरान पत्नी के साथ आगरा, हापुड़, दिल्ली, अहमदाबाद और मुंबई का दौरा किया था। बता दें कि जांच का नेतृत्व एनआईए की उपमहानिरीक्षक जया रॉय कर रही हैं। उनके अलावा 11 और अफसर है जोकि उससे पूछताछ करेंगे।
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