---विज्ञापन---

कभी मांगते थे भीख, आज 40 करोड़ की कंपनी के मालिक, पढ़िए रेणुका आराध्य की Success Story

Renuka Aaradhya Success Story: बेंगलुरु के रहने वाले रेणुका आराध्य का सफर कई लोगों के लिए मिसाल है। एक समय में भीख मांगने से लेकर घरों में काम करने वाले आराध्य आज करोड़पति हैं।

Edited By : News24 हिंदी | Updated: Dec 25, 2023 20:13
Share :

Renuka Aaradhya Success Story : रेणुका आराध्य ने यह सिद्ध कर दिया है कि कोई भी शख्स अपना हर सपना सच कर सकता है अगर वह उसे पूरा करने के लिए जी-जान लगाने को तैयार हो। आज 40 करोड़ रुपये की कंपनी के मालिक रेणुका आराध्य कभी सड़कों पर भीख मांगा करते थे।

बेंगलुरु के बेहद गरीब परिवार से आने वाले आराध्य 10वीं पास करने के बाद घरों में काम करने लगे थे। इसके बाद वह साधु के वेश में घर-घर जाकर भीख मांगने लगे। लेकिन इससे उनका घर नहीं चल रहा था तो उन्होंने सिक्योरिटी गार्ड के तौर पर नौकरी शुरू की।

---विज्ञापन---

ये भी पढ़ें: 5वीं फेल ने खड़ी कर दी अरबों की कंपनी

इस दौरान खाली समय में उन्होंने मशीनें चलाना सीखना शुरू किया और एक फैक्टरी में खराद मशीन ऑपरेटर का काम करने लगे।

---विज्ञापन---

उन्होंने 20 साल की उम्र में शादी करने के बारे में सोचा। लेकिन साथ ही उनके मन में यह विचार भी आया कि तब घर चलाना और चुनौती भरा होगा। इससे उन्हें और मेहनत से काम करने की प्रेरणा मिली। जब उनकी शादी हुई तब वह एक प्लास्टिक फैक्टरी में काम कर रहे थे।

पहला बिजनेस आइडिया हुआ था फेल

शादी के बाद उनके दिमाग में बिजनेस का एक आइडिया आया और उन्होंने सूटकेस कवर बेचने का काम शुरू किया। हालांकि उनका यह आइडिया सफल नहीं हो पाया और उन्हें 30,000 रुपये का नुकसान झेलना पड़ा। इसके बाद वह फिर सिक्योरिटी गार्ड की नौकरी करने लगे।

ये भी पढ़ें: वंदे भारत के बाद अब आई Amrit Bharat

असफलता के बाद भी आराध्य ने हार नहीं मानी और एक्सपेरिमेंट करते रहे। उन्होंने गाड़ी चलाना सीखा और एक ट्रैवल कंपनी के लिए ड्राइवर का काम करने लगे। वह विदेश से बेंगलुरु आने वाले यात्रियों को लाया करते थे। सैलरी के साथ उन्हें यात्रियों से अच्छी टिप भी मिलती थी।

एक कार के साथ शुरू की ट्रैवल कंपनी

ट्रैवल एजेंसी में चार साल तक काम करने के बाद उन्होंने अपनी खुद की ट्रैवल कंपनी शुरू करने का मन बनाया। इसके लिए उन्होंने अपनी जमापूंजी लगाने के साथ बैंक से भी कर्ज लिया। अपनी कंपनी का नाम उन्होंने प्रवासी कैब्स प्राइवेट लिमिटेड रखा।

ये भी पढ़ें: पेटीएम ने 10 प्रतिशत लोगों को निकाला

उन्होंने इस कारोबार की शुरुआत केवल एक कार के साथ की थी। धीरे-धीरे काम चला और अगले ही साल उन्होने एक और कार ले ली। उसी दौरान एक ट्रैवल एजेंसी बिक रही थी तो आराध्य ने छह लाख रुपये में वह एजेंसी खरीद ली। उस कंपनी के पास 35 कैब थीं।

धीरे-धीरे आराध्य की किस्मत ने करवट ली और अमेजन इंडिया ने अपने प्रमोशन के लिए उनकी कंपनी को चुन लिया। बता दें कि आज के समय में उनकी कंपनी की कीमत 40 करोड़ रुपये है 150 लोग इसमें काम कर रहे हैं। अपने इस सफर से रेणुका आराध्य आज कई लोगों के लिए मिसाल बन गए हैं।

HISTORY

Edited By

News24 हिंदी

First published on: Dec 25, 2023 08:13 PM

Get Breaking News First and Latest Updates from India and around the world on News24. Follow News24 on Facebook, Twitter.

संबंधित खबरें