नई दिल्ली: युवाओं को रोजगार के बेहतरीन अवसर मुहैया कराने के की दिशा में एक और कदम बढ़ाते हुए देश के कौशल विकास और उद्यमिता मंत्रालय ने गुरुवार को स्किल इंडिया डिजिटल (SID) लॉन्च कर दिया है। इसे लॉन्च करते हुए केंद्रीय शिक्षा और कौशल विकास और उद्यमिता मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि मंच उन लाखों भारतीयों की आकांक्षाओं और सपनों का प्रतीक है जो बेहतर अवसर और उज्जवल भविष्य चाहते हैं, क्योंकि यह उद्योग-प्रासंगिक कौशल पाठ्यक्रम, नौकरी के अवसर और उद्यमिता सहायता प्रदान करता है। इस कार्यक्रम में कौशल विकास और उद्यमिता और इलेक्ट्रॉनिक्स, आईटी राज्य मंत्री राजीव चन्द्रशेखर भी उपस्थित थे।
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केंद्रीय शिक्षा और कौशल विकास और उद्यमिता मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा-जी20 में प्रस्तावित उद्देश्य से पूरी तरह से मेल खाता है यह प्लेटफार्म
केंद्रीय शिक्षा और कौशल विकास और उद्यमिता मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि डिजिटल प्रौद्योगिकी और उद्योग 4.0 कौशल पर ध्यान केंद्रित करते हुए अस्तित्व में लाया गया इंडिया डिजिटल (SID) डिजिटल पब्लिक इंफ्रास्ट्रक्चर (DPI) है। इससे कौशल विकास को और अधिक नवीन, सुलभ और व्यक्तिगत बनाने की दृष्टि से प्रेरित, अत्याधुनिक मंच कुशल प्रतिभा की नियुक्ति में तेजी लाने, आजीवन सीखने की सुविधा प्रदान करने में एक सफलता होगी। यह डिजिटल कौशल और डिजिटल साक्षरता को बढ़ावा देने के लिए और डिजिटल अर्थव्यवस्था के निर्माण के लिए जी20 में प्रस्तावित उद्देश्य से पूरी तरह से मेल खाता है। करियर में उन्नति और आजीवन सीखने की चाह रखने वाले नागरिकों के लिए यह सभी सरकारी कौशल और उद्यमिता पहलों के लिए एक व्यापक सूचना प्रवेश द्वार भी है।
जी20 शिखर सम्मेलन की सफलता के कुछ ही दिन बाद राजीव चन्द्रशेखर ने कहा कि शिखर सम्मेलन में सबसे महत्वपूर्ण समझौतों में से एक डीपीआई था। स्किल इंडिया डिजिटल निश्चित रूप से युवाओं के लिए सबसे महत्वपूर्ण डीपीआई में से एक है और नए भारत के लिए पीएम के दृष्टिकोण के दो सबसे महत्वपूर्ण घटकों स्किल इंडिया और डिजिटल इंडिया के चौराहे पर है। ये शक्तिशाली योजनाएं हैं, जिनका एकमात्र उद्देश्य युवाओं को भविष्य के लिए तैयार कौशल के साथ कुशल बनाना सुनिश्चित करना है। स्किल इंडिया डिजिटल स्किलिंग प्लेटफॉर्म के भीतर इन सुविधाओं के कार्यान्वयन से भारत में कौशल परिदृश्य में क्रांतिकारी बदलाव आएगा, जो बढ़ी हुई पहुंच, व्यक्तिगत सीखने के अनुभव, सुव्यवस्थित सत्यापन प्रक्रियाओं और बेहतर कैरियर मार्गदर्शन की पेशकश करेगा। यह शिक्षार्थियों को प्रासंगिक कौशल हासिल करने, उद्योग के रुझानों से अपडेट रहने और भारत के कार्यबल विकास में प्रभावी ढंग से योगदान करने में सक्षम बनाएगा।
उधर, इस कार्यक्रम के दौरान डिजिटल कौशल को आगे बढ़ाने, उद्योग की भागीदारी को बढ़ावा देने और शिक्षार्थी जुड़ाव को बढ़ाने के लिए अग्रणी संगठनों के साथ कई समझौता ज्ञापनों का आदान-प्रदान किया गया, जिसमें एआईसीटीई, सीबीएसई, एनआईईएलआईटी, इंफोसिस, माइक्रोसॉफ्ट, एडब्ल्यूएस (अमेजन), रेडहैट, वाधवानी फाउंडेशन, यूनिसेफ, फ्यूचर स्किल्स प्राइम, एसएपी, टेक महिंद्रा फाउंडेशन शामिल थे।
SID पर मिलेंगे ये बेनिफिट्स
- आधार/ चेहरे का AI आधारित प्रमाणीकरण
- डिजिटल सत्यापन योग्य क्रेडेंशियल (DVC)
- AI और मशीन लर्निंग रिक्मेंडेशन
- आधार से जुड़ी ई-केवाईसी (eKYC)
- डिजिटल लर्निंग
- नागरिक-केन्द्रित दृष्टिकोण (CCA)
- मोबाइल फर्स्ट अप्रोच
- स्केल एंड स्पीड
- सुरक्षा मानदंड
- इंटर ऑपरेबिलिटी (Interoperability)
- व्हाट्सऐप चैटबॉट
- ईज ऑफ डुइंग बिजनेस