Shiv Sena UBT Chief Uddhav Thackeray on Speaker Rahul Narwekar: महाराष्ट्र विधानसभा स्पीकर राहुल नार्वेकर ने शिंदे गुट के 16 विधायकों की अयोग्यता से जुड़े मामले पर फैसला सुनाया। इस दौरान उन्होंने शिंदे गुट की शिवसेना को ही असली शिवसेना करार दिया। अब इस पूरे मामले पर पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे का बयान सामने आया है। उन्होंने कहा कि आज लोकतंत्र की हत्या हुई है। सुप्रीम कोर्ट के फैसले का भी अपमान किया गया है।
उद्धव ठाकरे ने क्या कहा?
उद्धव ठाकरे ने कहा कि आज जो स्पीकर का आदेश आया है, वह लोकतंत्र की हत्या है और सुप्रीम कोर्ट के फैसले का भी अपमान है। सुप्रीम कोर्ट ने साफ कहा था कि राज्यपाल ने अपने पद का दुरुपयोग किया और गलत फैसला लिया। ठाकरे ने कहा कि हम इस लड़ाई को आगे भी लड़ेंगे। हमें सुप्रीम कोर्ट पर पूरा भरोसा है। सुप्रीम कोर्ट जनता और शिवसेना को न्याय जरूर देगी।
Mumbai | Maharashtra Assembly Speaker rules Shinde faction the real Shiv Sena.
---विज्ञापन---Former Maharashtra CM Uddhav Thackeray says, "The Speaker's order that has come today is a murder of democracy and is also an insult to the decision of the Supreme Court. The Supreme Court had clearly… pic.twitter.com/eo6JCDkhzC
— ANI (@ANI) January 10, 2024
‘नार्वेकर ने खुद कई बार पक्ष बदला है’
Shiv Sena UBT प्रमुख ने स्पीकर राहुल नार्वेकर पर निशाना साधते हुए कहा कि नार्वेकर ने खुद कई बार पक्ष बदला है।
उन्होंने किसी को अपात्र नहीं बताया है। अगर उन्हें हमारा संविधान गलत लगता है उन्होंने अपात्र किसी को क्यों नहीं किया। ठाकरे ने कहा कि निर्णय देते समय स्पीकर ने सर्वोच्च न्यायालय का अपमान किया है। मेरी विनती है कि देश के लोकतंत्र को बचाने के लिए सुप्रीम कोर्ट इस मामले का स्वत संज्ञान लें।
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‘जनता में भ्रम पैदा करना चाहते हैं’
उद्धव ठाकरे ने सवाल किया कि 2018 की नियुक्ति अगर गलत थी तो ये लोग कैसे चुनाव में खड़े हुए और कैसे चुन कर आये। स्पीकर ने कई बातें ऐसी की, जो उनके कार्यक्षेत्र में नहीं आती है। चुनाव के पहले ये जनता में भ्रम पैदा करना चाहते हैं।
‘शिंदे की शिवसेना असली शिवसेना नहीं हो सकती’
ठाकरे ने कहा कि शिंदे की शिवसेना असली शिवसेना नहीं हो सकती, क्योंकि उन्होंने शिवसेना से नाता तोड़ दिया था। नार्वेकर ने जानबूझकर समय बर्बाद किया। यह आदेश मैच फिक्सिंग है। नार्वेकर ने सर्वोच्च न्यायालय का अपमान किया है। जनता यह बर्दाश्त नहीं करेगी।
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