Plane Train Bus Safest Seat: हाल ही में दक्षिण कोरिया के विमान हादसे ने पूरी दुनिया को दहला कर रख दिया। प्लेन में मौजूद 181 लोगों में से 179 की जान चली गई, लेकिन 2 लोग जिंदा बच गए। इससे ठीक एक दिन पहले कजाकिस्तान में अजरबैजान एयरलाइंस की फ्लाइट भी क्रैश हो गई थी, जिसमें 38 लोगों की मौत हो गई और 29 लोग बाल-बाल बच गए। ऐसे में सवाल यह है कि जिंदा बचे यात्री प्लेन की किस सीट पर बैठे थे? क्या वो सीट प्लेन की सबसे सुरक्षित सीट होती है?
प्लेन की सबसे सेफ सीट
दक्षिण कोरिया विमान हादसे में जिंदा बचे 2 क्रू मेंबर्स फ्लाइट में बिल्कुल पीछे बैठे थे। 1971 से 2005 के बीच हुए विमान हादसों पर रिसर्च करने वाली पॉपुलर मैकेनिक्स मैगजीन के अनुसार हादसे के दौरान पीछे की सीट पर बैठे यात्रियों के बचने की संभावना 40% अधिक है। दरअसल प्लेन के आगे का हिस्सा बिजनेस क्लास और फर्स्ट क्लास के लिए रिजर्व होता है, वहीं बीच और पीछे के हिस्से में इकॉनमी क्लास देखने को मिलता है, जिसकी टिकट भी सस्ती होती हैं।
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प्लेन की सीटें | मृत्यु दर |
फ्रंट रो | 38% |
मिडिल रो | 39% |
लास्ट रो | 32% |
स्रोत: एविएशन डिजास्टर लॉ अमेरिका
ट्रेन की सबसे सेफ सीट
जहां प्लेन में पीछे का हिस्सा सबसे सुरक्षित माना जाता है, वहीं ट्रेन में बीच का हिस्सा सेफ होता है। अमेरिकी फेडरेल रेलवे सेफ्टी एक्ट 1970 के लेखक लैरी मान का कहना है कि ज्यादातर ट्रेन हादसे टक्कर की वजह से होते हैं। ऐसे में टक्कर या आगे से होगी या फिर पीछे से, दोनों ही स्थितियों में ट्रेन के बीच में बैठे यात्रियों के बचने की संभावना अधिक होगी।
बस की सबसे सुरक्षित सीट
भारत में प्लेन और रेल की तुलना में सड़क दुर्घटना के मामले सबसे ज्यादा देखने को मिलते हैं। हाईवे पर चल रही बसें अक्सर दुर्घटनाग्रस्त हो जाती हैं। ऐसे में क्या जानते हैं कि बस की सबसे सेफ सीट कौन ही है? ट्रेन की तरह बस में भी बीच वाली सीटें सबसे ज्यादा सुरक्षित मानी जाती हैं। बिजनेस इनसाइडर की रिपोर्ट के अनुसार अगर बस की टक्कर होगी तो बीच में बैठे यात्रियों के जिंदा बचने की संभावना अधिक होगी। हालांकि बस पलटने, आग लगने या खाई में गिरने की स्थिति में कोई भी सीट सुरक्षित नहीं होती है।
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