Sabse Bada Sawal, 22 June 2023: पूर्वोत्तर राज्य मणिपुर की। 51 दिन हो गए मणिपुर धधक रहा है। लगातार हिंसा जारी है। प्रशासन पूरी तरह से फेल है। सरकार का इकबाल गायब है। ये आंकड़ा आपको कई बार बता चुका हूं। लेकिन दोहराना जरूरी है। 100 से ज्यादा लोग मारे गए हैं। 65 हजार से अधिक लोग अपना घर छोड़कर चले गए। ऐसे में सरकार की जिम्मेदारी पर चर्चा बहुत जरूरी है।
मणिपुर में अनुच्छेद 355 लागू है। यानी कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए राज्य सरकार और केंद्र सरकार दोनों का अख्तियार है। दोनों जगहों पर बीजेपी की सरकार है। केंद्र की तरफ से न तो शांति की अपील की गई और न ही सर्वदलीय बैठक बुलाई गई है। देश की तरफ से सरकार शांति की अपील करे।
20 जून को पीएम मोदी अमेरिका चले गए। विपक्ष कह रहा है कि पीएम मोदी ने सर्वदलीय बैठक क्यों नहीं बुलाई? अब पहल की जा रही है। अमित शाह ने 24 जून को बैठक बुलाई है। लेकिन विपक्ष ने इस फैसले को आड़े हाथों लिया है। तो ऐसे में बड़ा सवाल यही है कि सर्वदलीय बैठक बुलाते-बुलाते बहुत देर कर दी? मणिपुर में होगी शांति या कोरी राजनीति? देखिए बड़ी बहस
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