Sabse Bada Sawal, 21 June 2023: नमस्कार, मैं हूं संदीप चौधरी। आज सबसे बड़ा सवाल में मैं बात करने वाला हूं वसुधैव कुटुम्बकम की। दुनिया भर में खासकर संयुक्त राष्ट्र संघ में योग दिवस मनाया गया। योग स्वस्थ रहने का जरिया है, इसके जरिए पूरी दुनिया एकमंच पर आई। योग के जरिए वसुधैव कुटुम्बकम की ताल ठोंकी जा रही है। लेकिन अपने घर की बात करें तो एक कोना है जहां 50 दिन से आग धधक रही है। बात हो रही है मणिपुर की। यह हमारे देश का अभिन्न हिस्सा है। 100 से ज्यादा लोग मारे जा चुके हैं। 3300 से अधिक लोग घायल हुए हैं। 60 हजार से ज्यादा बेघर हो चुके हैं।
सरकार दिखती नहीं। लोगों का भरोसा सरकार से उठ चुका है। यह हम नहीं कह रहे हैं। मणिपुरी जनता द्वारा चुने गए विधायक एक ज्ञापन के जरिए पीएमओ से कह रहे हैं। मणिपुर में डबल इंजन सरकार है। 19 जून को 30 विधायकों ने ज्ञापन सौंपा है। सभी मैतेई समुदाय से थे। जिस तरह से मणिपुर की स्थिति है, उसकी जिम्मेदारी गृह मंत्री की है। वे मणिपुर गए थे। लेकिन हालात जस के तस हैं। विधायकों का कहना है कि जनता का सरकार से भरोसा उठ रहा है। केंद्र सरकार से शांति की अपील नहीं की जा रही है। तो बड़ा सवाल यही है कि हिंसा के 50 दिन…कब मणिपुर के दुर्दिन? सरकार से भरोसा उठा…शांति का पहिया कहां रुका? देखिए सबसे बड़ी बहस
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