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पीएम मोदी के बाद अब विदेश मंत्री का अमेरिका को लेकर बड़ा बयान, US को बताया अहम साझेदार

भारत पर 50% टैरिफ और आक्रामक बयानों के बाद अमेरिका-भारत संबंधों में नरमी देखने को मिल रही है। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को "अच्छा मित्र" बताया, जिस पर पीएम मोदी ने भी सकारात्मक प्रतिक्रिया दी। अब विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने कहा कि पीएम मोदी अमेरिका के साथ साझेदारी को बहुत महत्व देते हैं और ट्रंप के साथ उनके हमेशा अच्छे व्यक्तिगत संबंध रहे हैं।

Author Written By: News24 हिंदी Author Edited By : Avinash Tiwari Updated: Sep 6, 2025 13:01
S Jaishankar
भारत अमेरिका के रिश्ते पर विदेश मंत्री का बड़ा बयान

भारत पर अमेरिका ने 50 प्रतिशत टैरिफ लगाया और इसके बाद अमेरिका की तरफ से भारत पर आक्रामक तरीके से हमले बोले गए। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के अलावा उनके अधिकारियों ने भारत का मजाक उड़ाया, तंज कसे और हमला बोला है। हालांकि, पिछले कुछ घंटों में इसमें बड़ा बदलाव देखने को मिला है। पहले ट्रंप ने पीएम मोदी को अपना मित्र बताया और फिर पीएम मोदी ने भी इस पर सकारात्मक प्रतिक्रिया दी है। अब विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने भी अमेरिका के साथ रिश्तों को लेकर बयान दिया है।

क्या बोले विदेश मंत्री एस जयशंकर?

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा भारत-अमेरिका संबंधों पर सकारात्मक बात कहने पर पीएम मोदी की प्रतिक्रिया के बारे में विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर ने कहा कि पीएम मोदी अमेरिका के साथ हमारी साझेदारी को बहुत महत्व देते हैं। जहां तक राष्ट्रपति ट्रंप का सवाल है, उनके (पीएम मोदी) राष्ट्रपति ट्रंप के साथ हमेशा से बहुत अच्छे व्यक्तिगत समीकरण रहे हैं, लेकिन मुद्दा यह है कि हम अमेरिका के साथ जुड़े हुए हैं, और इस समय मैं इससे ज्यादा कुछ नहीं कह सकता।

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अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत-अमेरिका संबंधों पर कहा था कि मैं मोदी के साथ हमेशा मित्र रहूंगा, वह एक महान प्रधानमंत्री हैं। भारत और अमेरिका के बीच एक विशेष संबंध है। इसमें चिंता की कोई बात नहीं है। इसके साथ ही डोनाल्ड ट्रंप ने यह भी कहा था कि जैसा कि आप जानते हैं, मेरी मोदी के साथ बहुत अच्छी बनती है। वह कुछ महीने पहले यहां आए थे, हम रोज गार्डन गए थे।

यह भी पढ़ें : ‘जासूस थे डोनाल्ड ट्रंप’, अमेरिका के हाउस स्पीकर माइक जॉनसन का दावा, जेफरी एपस्टीन का मामला

दरअसल भारत-अमेरिका संबंधों में तब तनाव बढ़ गया है जब ट्रंप ने अमेरिका में भारतीय आयातों पर कुल 50% टैरिफ लगा दिया। 25% टैरिफ बेसलाइन था, लेकिन बाकी टैरिफ यूक्रेन में युद्ध के बीच भारत द्वारा रूसी तेल की खरीद जारी रखने का हवाला देते 25 प्रतिशत टैरिफ जुर्माने के तौर पर लगा दिया। अमेरिका के इस कदम को भारत ने अस्वीकार कर दिया था।

इससे पहले डोनाल्ड ट्रंप ने भारत और रूस को सबसे गहरे, सबसे अंधेरे चीन के हाथों खोने की बात कही थी। डोनाल्ड ट्रंप का यह बयान हाल ही में तियानजिन में शंघाई सहयोग संगठन (SCO) शिखर सम्मेलन में पीएम मोदी को चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ मुलाकात के बाद कही थी।

First published on: Sep 06, 2025 12:02 PM

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