पुणे: विधानसभा और लोकसभा चुनावों से पहले आरएसएस की सलाना कोऑर्डिनेशन बैठक 14 सितंबर से पुणे में होगी। 14 से 16 सितंबर 3 दिनों तक यह बैठक होने वाली है। इस समन्वय बैठक में बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा शामिल होंगे। जेपी नड्डा के अलावा बीजेपी संगठन मंत्री बीएल संतोष, सह संगठन मंत्री वी सतीश और महासचिव सुनील बंसल भी इस बैठक में शामिल होंगे।
क्यों खास है बैठक
इस साल होने वाले आगामी 5 राज्यों के विधानसभा चुनाव और अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव से पहले ये संघ की आखिरी समन्वय बैठक है। माना जा रहा है कि इस बैठक में चुनाव से पहले तमाम रणनीति पर चर्चा होगी और साथ ही संघ के तमाम कार्यकर्ता कैसे चुनाव में पार्टी को मदद पहुंचाएंगे, इन तमाम मुद्दों पर चर्चा होने की संभावना है।
कितने संगठन होंगे शामिल
सालाना कॉर्डिनेशन की बैठक में संघ के तमाम अनुसंगिक संगठन भाग लेंगे। बीजेपी सहित आरएसएस से जुड़े 36 अन्य संगठन के प्रमुख और संगठन मंत्री भी इस बैठक में शामिल होंगे। संघ के जमीन पर चल रहे काम की समीक्षा भी इसमें की जाएगी साथ ही संगठन के स्तर पर और जमीनी पकड़ कैसे मजबूत की जाए इन तमाम मुद्दों पर चर्चा और मिशन तय किया जाएगा। बैठक में 36 संघ प्रेरित विविध संगठनों के प्रमुख पदाधिकारी भी शामिल होंगे। जिसमें प्रमुख संगठन राष्ट्र सेविका समिति, वनवासी कल्याण आश्रम, विश्व हिंदू परिषद, अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद, भारतीय जनता पार्टी, भारतीय किसान संघ, विद्या भारती, भारतीय मजदूर संघ, संस्कार भारती, सेवा भारती, संस्कृत भारती, अखिल भारतीय साहित्य परिषद इस बैठक में सहभागिता करेंगे। पिछले वर्ष ये बैठक छत्तीसगढ़ के रायपुर में आयोजित हुई थी।
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चुनाव पर भी चर्चा
आगामी चुनाव से पूर्व आरएसएस की समन्वय बैठक में केंद्र सरकार और बीजेपी संगठन से जुड़े विभिन्न मसलों और मुद्दों पर चर्चा हो सकती है। केंद्र सरकार ने 18 से 22 सितंबर तक संसद का विशेष सत्र बुलाया है। इस सम्मेलन की पृष्ठभूमि में संघ की समन्वय बैठक होने से बैठक का महत्व बढ़ गया है।
संघ के वरिष्ठ पदाधिकारी होंगे शामिल
संघ के सभी वरिष्ठ अधिकारियों का जमावड़ा पुणे में 11 से 18 सितंबर तक रहेगा। बैठक में सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत, सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले सहित संघ के सभी पांचों सह सरकार्यवाह और अन्य प्रमुख पदाधिकारी उपस्थित रहेंगे।