पश्चिम बंगाल: पश्चिम बंगाल सरकार के पूर्व मंत्री पार्थ चटर्जी की करीबी अर्पिता मुखर्जी के एक और घर में आज ईडी छापेमारी कर रही है। एजेंसी को संदेह है कि इस घर में भी बड़े पैमाने पर रकम छिपी हो सकती है। अब तक अर्पिता मुखर्जी के दो घरों की तलाशी ली जा चुकी है। एक की बुधवार को ही तलाशी ली गई थी, जिसमें 27 करोड़ 90 लाख रुपये कैश मिला था।
पार्थ चटर्जी को हटाया
इसके अलावा बड़े पैमाने पर सोना भी बरामद हुआ था। इस बीच सीएम ममता बनर्जी ने आरोपी मंत्री पार्थ चटर्जी को पद से हटा दिया है। ईडी सूत्रों के मुताबिक पूछताछ में अर्पिता मुखर्जी ने बताया है कि बरामद की गई पूरी रकम पार्थ की ही है। यही नहीं अर्पिता का कहना है कि मंत्री उसके घर को मिनी बैंक के तौर पर इस्तेमाल करते थे और पूरी रकम को कमरों में बंद रखा जाता था।
ममता बोलीं- पार्थ को मंत्री पद से हटा दिया है
पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने गुरुवार शाम मीडिया में बयान जारी कर कहा कि मैंने पार्थ चटर्जी को मंत्री पद से हटा दिया है। मेरी पार्टी सख्त कार्रवाई करती है। इसके पीछे कई प्लानिंग हैं लेकिन मैं उसे डिटेल में नहीं जाना चाहती। वेस्ट बंगाल सरकार ने पत्र जारी कर कहा था कि 28 जुलाई से पार्थ को मंत्री पद से मुक्त किया जाता है।
ईडी पार्थ चटर्जी की सहयोगी अर्पिता मुखर्जी के ठिकानों से छापेमारी कर अब तक करीब 40 करोड़ रुपए बरामद कर चुकी है। इससे पहले ममता ने बयान जारी कर कहा था कि बीजेपी ईडी को इस्तेमाल कर रही है। उसने महाराष्ट्र में सरकारी बनाई लेकिन वह वेस्ट बंगाल में ऐसा नहीं कर सकेगी।