Rahul Gandhi Speech In Lok Sabha : लोकसभा में भारत के संविधान को अपनाने की 75वीं वर्षगांठ पर चर्चा चल रही है। लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने शनिवार को भारतीय जनता पार्टी (BJP) पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि जब देश में अग्निवीर को लागू किया गया तो आपने युवाओं के अंगूठे काट दिए। जब पेपर लीक होते हैं, 70 पेपर लीक हुए थे तो आपने हिंदुस्तान के युवाओं के अंगूठे काट दिए।
कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने मोदी सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि जैसे एकलव्य ने प्रैक्टिस की थी, वैसे हिंदुस्तान के युवा भी सुबह 4 बजे उठकर अलग-अलग एग्जाम की तैयारी करते हैं। युवा भारतीय सेना में भर्ती होने के लिए सुबह 4 बजे उठकर रनिंग करते थे, लेकिन आप अग्निवीर लागू करके युवाओं का अंगूठा काटते हो। आपने आज दिल्ली के बाहर किसानों पर आंसू गैस के गोले दागे और उन पर लाठीचार्ज किया। किसान आपसे एमएसपी की मांग करते हैं। वे उचित मूल्य की मांग करते हैं, लेकिन आप किसानों का अंगूठा काट देते हैं।
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राहुल गांधी ने सत्ता पक्ष से पूछे ये सवाल
उन्होंने आगे कहा कि मैं आपसे (सत्ता पक्ष) पूछना चाहता हूं, क्या आप अपने नेता के शब्दों पर कायम हैं? क्या आप अपने नेता के शब्दों का समर्थन करते हैं? क्योंकि जब आप संसद में संविधान की रक्षा के बारे में बोलते हैं तो आप सावरकर का उपहास कर रहे होते हैं। आप सावरकर को गाली दे रहे होते हैं, आप सावरकर को बदनाम कर रहे होते हैं।
#WATCH | During discussion on 75th anniversary of adoption of the Constitution of India, Lok Sabha LoP Rahul Gandhi says, “…When you implemented Agniveer, you cut off the thumb of the youth. When you have paper leaks – you had 70 paper leaks, you cut off the thumb of the youth… pic.twitter.com/d9EDkn38iY
— ANI (@ANI) December 14, 2024
कांग्रेस सांसद ने RSS की भी खोली पोल
लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने स्पीच की शुरुआत में कहा कि मैं अपना भाषण भाजपा के नहीं बल्कि RSS के विचारों की आधुनिक व्याख्या करने वाले सर्वोच्च नेता के कथन को उद्धृत करके शुरू करना चाहता हूं, जो भारत के संविधान के बारे में और उनके विचार से भारत को कैसे चलाया जाना चाहिए के बारे में कहते हैं कि भारत के संविधान की सबसे बुरी बात यह है कि इसमें कुछ भी भारतीय नहीं है। मनुस्मृति वह धर्मग्रंथ है जो हमारे हिंदू राष्ट्र के लिए वेदों के बाद सबसे अधिक पूजनीय है और जिससे हमारी प्राचीन संस्कृति, रीति-रिवाज, विचार और व्यवहार का आधार बना है।
सावरकर ने कहा है कि संविधान में कुछ भी भारतीय नहीं है
उन्होंने कहा कि इस पुस्तक ने सदियों से हमारे राष्ट्र की आध्यात्मिक और दैवीय यात्रा को संहिताबद्ध किया है। आज मनुस्मृति ही कानून है। ये सावरकर के शब्द हैं। सावरकर ने अपने लेखन में स्पष्ट रूप से कहा है कि हमारे संविधान में कुछ भी भारतीय नहीं है। उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा है कि जिस पुस्तक से भारत चलता है, उसे इस पुस्तक से हटा दिया जाना चाहिए। इसी बात को लेकर लड़ाई है।
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50 फीसदी आरक्षण की दीवार को तोड़ेंगे : रायबरेली सांसद
रायबरेली के सांसद ने कहा कि अंबेडकर ने कहा था कि अगर राजनीतिक समानता है लेकिन सामाजिक और आर्थिक समानता नहीं है तो राजनीतिक समानता नष्ट हो जाएगी। आज ये सबके सामने है। राजनीतिक समानता खत्म हो गई है। भारत की सभी संस्थाओं पर कब्जा कर लिया गया है, सामाजिक समानता नहीं है, आर्थिक समानता नहीं है, इसलिए हमारा अगला कदम जाति जनगणना होगी। उन्होंने कहा कि हम यहां जाति जनगणना लागू करेंगे और उसके बाद हिंदुस्तान में एक नए तरह का विकास, एक नई तरह की राजनीति होगी। हम यहां 50% आरक्षण की दीवार को तोड़ेंगे।