BJP Reaction Rahul Gandhi Claim: कांग्रेस सांसद और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने दिवंगत केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली को लेकर सनसनीखेज दावा किया, जिसके चलते BJP उन पर हमलावर हो गई है। वहीं अरुण जेटली के बेटे रोहन जेटली ने भी राहुल गांधी के दावे पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। दिल्ली सरकार में कैबिनेट मंत्री और भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय सचिव मनजिंदर सिंह सिरसा ने राहुल गांधी पर झूठ बोलने का आरोप लगाया। वहीं रोहन जेटली ने राहुल गांधी को कुछ भी बोलने से पहले सचेत रहने की नसीहत दी।
Rahul Gandhi’s politics has hit a new low.
Dragging Arun Jaitley ji’s name; a respected leader who wasn’t even alive in 2020 when farm laws were passed, is not just a lie… it’s an insult to the nation.
He must apologise for spreading lies and disrespecting the legacy of a man… pic.twitter.com/w77yOAN3eT---विज्ञापन---— Manjinder Singh Sirsa (@mssirsa) August 2, 2025
क्या बोले मनजिंदर सिंह सिरसा?
BJP नेता और कैबिनेट मंत्री मनजिंदर सिंह सिरसा ने अपने X हैंडल पर ट्वीट किया कि राहुल गांधी अब काफी निम्न स्तर की राजनीति करने लगे हैं। BJP के सम्मानित नेता दिवंगत अरुण जेटली का नाम घसीटना राष्ट्र का अपमान है। राहुल गांधी झूठ बोल रहे हैं, क्योंकि साल 2020 में कृषि कानून पारित होने के समय अरुण जेटली जीवित भी नहीं थे। राहुल गांधी को झूठ फैलाने और ईमानदारी से देश सेवा करने वाले अरुण जेटली का अनादर करने के लिए माफी मांगनी चाहिए।
Rahul Gandhi now claims my late father, Arun Jaitley, threatened him over the farm laws.
Let me remind him, my father passed away in 2019. The farm laws were introduced in 2020. More importantly, it was not in my father's nature to threaten anyone over an opposing view. He was a…---विज्ञापन---— Rohan Jaitley (@rohanjaitley) August 2, 2025
क्या बोले अरुण जेटली के बेटे रोहन?
देश के पूर्व वित्त मंत्री अरुण जेटली के बेटे रोहन जेटली ने राहुल गांधी के दावे पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए X हैंडल पर ट्वीट किया। उन्होंने लिखा कि राहुल गांधी दावा कर रहे हैं कि दिवंगत अरुण जेटली ने उन्हें कृषि कानूनों को लेकर धमकाया था, लेकिन उन्हें याद दिलाना चाहता हूं कि मेरे पिता अरुण जेटली का निधन साल 2019 में हो गया था और कृषि कानून साल 2020 में पारित किए गए थे। वैसे भी मेरे पिता अरुण जेटली के स्वभाव में किसी को भी धमकाना नहीं था। वह कट्टर लोकतांत्रिक व्यक्ति थे। अगर ऐसा होता तो वह समाधान तक पहुंचने के लिए स्वतंत्र और खुली चर्चा का आह्वान करते। राहुल गांधी को सलाह देता हूं कि वे उन लोगों के बारे में बोलते समय सचेत रहें, जो आज हमारे साथ, हमारे बीच नहीं हैं। राहुल गांधी ने मनोहर पर्रिकर के साथ भी कुछ ऐसा ही करने की कोशिश की थी।
#WATCH | Delhi: At the Annual Legal Conclave- 2025, Lok Sabha LoP and Congress MP Rahul Gandhi says, "I remember when I was fighting the farm laws, Arun Jaitley ji was sent to me to threaten me. He told me "if you carry on opposing the govt, fighting the farm laws, we will have… pic.twitter.com/8RJWmHo9fE
— ANI (@ANI) August 2, 2025
राहुल गांधी ने क्या दावा किया?
बता दें कि राहुल गांधी ने दावा किया है कि साल 2020 में कृषि कानूनों का विरोध करने के दौरान अरुण जेटली को उन्हें धमकी देने के लिए भेजा गया था। राहुल ने यह दावा दिल्ली में साल 2025 की एनुअल लॉ कॉन्फ्रेंस में किया था। हालांकि, अरुण जेटली के बेटे रोहन जेटली ने राहुल गांधी के दावे का खंडन किया है और दावे को तथ्यात्मक रूप से गलत और अपमानजनक बताया है।
बता दें कि राहुल गांधी और अरुण जेटली के बीच कई बार तीखी बहस हुई है। खासकर राफेल डील और विजय माल्या मामले को लेकर दोनों के बीच तीखी नोक-झोंक हुई थी। उदाहरण के लिए, साल 2018 में राहुल ने अरुण जेटली पर माल्या के साथ मिलीभगत का आरोप लगाया था, जिसे जेटली ने खारिज भी कर दिया था। वहीं साल 2019 में राहुल ने राफेल डील में अनियमितताओं का आरोप लगाया था और अरुण जेटली ने इसे झूठ का अभियान करार दिया था।