India Russia Joint Statement: भारत और रूस के बीच शिखर सम्मेलन और द्विपक्षीय वार्ता हो गई है. प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रपति पुतिन का जॉइंट स्टेटमेंट भी सामने आ गया है. आज दिल्ली के हैदराबाद हाउस में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने जॉइंट प्रेस कॉन्फ्रेंस की. इस दौान भारत-रूस के बीच हुए कई समझौतों का आदान-प्रदान भी हुआ. यह समझौते दोनों देशों के आपसी सहयोग को और मजबूत बनाने में अहम साबित होंगे.
#WATCH | Delhi | Following the 23rd India-Russia annual summit, PM Modi says, " To increase economic cooperation between India and Russia is our priority, and for this we have agreed on an economic cooperation program till 2030." https://t.co/U2gVRqJR2l
---विज्ञापन---— ANI (@ANI) December 5, 2025
फ्री ई-टूरिस्ट वीजा शुरू करेंगे
प्रधानमंत्री मोदी ने बताया कि भारत सरकार रूसी नागरिकों के लिए 30 दिन का फ्री ई-टूरिस्ट वीजा शुरू करेगी. इसके अलावा भारत और रूस के बीच कई समझौते हुए हैं. हेल्थ, मेडिकल एजुकेशन, शिपिंग, ट्रांसपोर्ट, एक्टिविटी लेबर को लेकर समझौते हुए हैं. को-ऑपरेशन और माइग्रेशन, अस्थायी श्रमिक गतिविधियों, फूड सेफ्टी और स्टैंडर्ड्स, पोलर शिप्स और मैरिटाइम को-ऑपरेशन और फर्टिलाइजर पर एग्रीमेंट साइन हुआ है. 2030 तक यह समझौते एक्टिव हो जाएंगे.
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि 15 साल पहले साल 2010 में भारत-रूस साझेदारी को रणनीतिक साझेदारी का दर्जा दिया गया था. पिछले 25 साल से राष्ट्रपति पुतिन ने अपने नेतृत्व और दूरदर्शिता से इस रिश्ते को मजबूत किया है. हर परिस्थिति में उनके नेतृत्व ने हमारे संबंधों को नई ऊँचाइयों पर पहुंचाया. अपने मित्र, राष्ट्रपति पुतिन के प्रति इस गहरी मित्रता और भारत के प्रति अटूट प्रतिबद्धता के लिए हार्दिक आभार व्यक्त करता हूं. दुआ करता हूं कि आगे भी संबंध ऐसे ही रहें.
#WATCH | Delhi: PM Narendra Modi says, "…Energy security has been a strong and important pillar of the India-Russia partnership. Our decades-old cooperation in civil nuclear energy has been crucial in realising our shared clean energy priorities. We will continue this win-win… pic.twitter.com/nqDFv5AfKB
— ANI (@ANI) December 5, 2025
FTA जल्द पूरा करने का संकल्प
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि राष्ट्रपति पुतिन की यात्रा ऐसे समय में हो रही है, जब हमारे संबंध ऐतिहासिक माइलस्टोन से गुजर रहे हैं. हर परिस्थिति में राष्ट्रपति पुतिन के नेतृत्व में आपसी संबंधों को ऊंचाई मिली है. उतार-चढ़ाव के बावजूद भारत और रूस की मित्रता ध्रुव तारे की तरह बरकरार रही. दोनों देश FTA को शीघ्र फाइनल करने के लिए प्रयास कर रहे हैं. दोनों पक्ष यूरिया उत्पादन के लिए प्रयास कर रहे हैं. चेन्नई-व्लादिविस्तोक कॉरिडोर के लिए नई ऊर्जा के साथ आगे बढ़ेंगे.
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि ऊर्जा सहयोग भारत और रूस के संबंधों का आधार रहा है. सिविल न्यूक्लियर डील को हम आगे बढ़ाएंगे. रूसी पर्यटकों के लिए 30 दिनों का टूरिस्ट वीजा शुरू करने जा रहे हैं. मोबिलिटी पैक्ट को बढ़ावा देने के लिए 2 समझौते किए गए हैं. स्कोलर्स, स्टूडेंट्स और खिलाड़ियों का आदान-प्रदान भी बढ़ाएंगे. भारत-रूस की मित्रता वैश्विक चुनौतियों से लड़ने में मददगार होगी. रूस यूक्रेन युद्ध का समाधान निकालने के लिए प्रयासरत है और भारत इसमें पूरा सहयोग करेगा.
#WATCH | Delhi: Russian President Vladimir Putin says, "Last year, our bilateral trade turnover has grown by 12%, setting another record according to different data. This number may look different, but it is generally around 64 billion US dollars. Currently, we are forecasting… pic.twitter.com/TNbZBsFmpC
— ANI (@ANI) December 5, 2025
राष्ट्रपति पुतिन ने यह सब कहा
रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने कहा कि रूसी प्रतिनिधिमंडल को दिए गए गर्मजोशी भरे और आतिथ्यपूर्ण स्वागत के लिए भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, भारतीय प्रधानमंत्री और सभी भारतीय सहयोगियों को धन्यवाद देता हूं. रात्रिभोज के लिए प्रधानमंत्री मोदी को धन्यवाद देता हूं. बढ़ती भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए ईंधन की आपूर्ति बिना किसी बाधा के जारी रखने के लिए रूस तैयार है. विश्वास है कि आने वाले कुछ वर्षों में भारत-रूस की मित्रता वैश्विक चुनौतियों का सामना करने की शक्ति देगी और यह विश्वास दोनों के भविष्य को और समृद्ध करेगा.
रूसी राष्ट्रपति ने कहा कि पिछले साल भारत-रूस की द्विपक्षीय व्यापार में 12% की वृद्धि हुई है, जो एक रिकॉर्ड है. यह करीब 64 अरब अमेरिकी डॉलर का व्यापार है. अनुमान है कि इस व्यापार को 100 अरब डॉलर तक पहुंचाएंगे. प्रधानमंत्री मोदी ने चुनौतियों की एक लिस्ट है, जिन पर सबसे ज्यादा ध्यान देने की जरूरत है. भारत और यूरेशियन आर्थिक संघ के बीच फ्री ट्रेड एग्रीमेंट आर्थिक संबंधों के विकास में मददगार साबित होगा.
रूस में सबसे बड़ा भारतीय परमाणु संयंत्र बनाने पर काम कर रहे हैं. 6 में से 3 रिएक्टर नेटवर्क से जुड़ चुके हैं. नए अंतर्राष्ट्रीय परिवहन मार्ग बनाने की कोशिश है, जिसमें रूस या बेलारूस से हिंद महासागर तट तक उत्तर-दक्षिण परिवहन मार्ग बन सकता है.










