Invest Karnataka 2022: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए तीन दिवसीय ‘इन्वेस्ट कर्नाटक 2022’ मीट की शुरुआत की। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि सरकार ने निवेशकों को लालफीताशाही के जाल में फंसाने के बजाय अवसरों का रेड कार्पेट दिया है। नए जटिल कानून बनाने के बजाय, हमने उन्हें युक्तिसंगत बनाया है।
पीएम मोदी ने कहा कि हमने विभिन्न क्षेत्रों में निवेश को प्रोत्साहित किया है जो पहले रक्षा, ड्रोन, अंतरिक्ष और भू-स्थानिक मानचित्रण जैसे निजी निवेश के लिए बंद थे। पीएम मोदी ने कहा कि भले ही यह वैश्विक संकट का युग है लेकिन, विशेषज्ञ भारत को एक उज्ज्वल स्थान के रूप में देख रहे हैं। उन्होंने जोर देकर कहा कि सरकार अपने मूल सिद्धांतों पर लगातार काम कर रही है ताकि भारतीय अर्थव्यवस्था हर गुजरते दिन के साथ मजबूत हो।
अभी पढ़ें – Maharashtra: सलमान खान के बाद महाराष्ट्र के डिप्टी CM की पत्नी अमृता फडणवीस को दी Y+ सुरक्षा
पीएम मोदी ने बैठक के उद्देश्य के बारे में कहा…
प्रधानमंत्री मोदी ने वैश्विक निवेशक बैठक के उद्देश्य कर्नाटक में संभावित निवेशकों को आकर्षित करना है। पिछले वर्ष भारत ने करीब 84 बिलियन डॉलर का रिकॉर्ड Foreign direct investment हासिल किया था। आप भी जानते हैं कि नतीजे तब आ रहे हैं, जब दुनिया कोविड महामारी और युद्ध की परिस्थितियों से जूझ रही है।
पीएम मोदी ने कहा कि कर्नाटक वह जगह है, जहां परंपरा मौजूद है और तकनीक भी। यह एक ऐसी जगह है, जहां पर प्रकृति और संस्कृति के बीच खूबसूरत तालमेल देखा जा सकता है। यह वह स्थान है जो न केवल अपनी अद्भुत वास्तुकला के लिए बल्कि अपने जीवंत स्टार्टअप के लिए भी जाना जाता है।
पीएम बोले- क्राइसिस के बीच जानकार भारत को ब्राइट स्पॉट बता रहे हैं
उन्होंने कहा कि भले ही ये ग्लोबल क्राइसिस का दौर है लेकिन दुनिया भर के एक्सपर्ट्स, विश्लेषक और अर्थव्यवस्था के जानकार भारत को ब्राइट स्पॉट बता रहे हैं। और हम अपने fundamentals पर लगातार काम कर रहे हैं, जिससे भारत की अर्थव्यवस्था दिनों दिन मजबूत हो। पिछले कुछ महीनों में भारत ने जो भी मुक्त व्यापार सौदे किए हैं, उससे दुनिया को भारत की तैयारियों की झलक मिल गई है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि एक ओर जहां हम एफडीआई क्षेत्र में तेजी से विकास का अनुभव कर रहे हैं, वहीं दूसरी ओर देश में चिकित्सा संस्थानों और अस्पतालों की संख्या में उल्लेखनीय वृद्धि देखी गई है। आज दुनिया इंटस्ट्री 4.0 की तरफ बढ़ रही है, भारत के युवा, बीते वर्षों में अपने यहां 100 से ज्यादा यूनिकॉर्न बना चुके हैं। भारत में 8 साल में 80 हजार से ज्यादा स्टार्टअप्स बने हैं।
पीएम बोले- कर्नाटक के पास डबल इंजन की पावर है
प्रधानमंत्री ने कहा कि आज कर्नाटक के पास डबल इंजन की पावर है। Ease Of Doing Business में कर्नाटक लगातार टॉप रैकर्स में अपनी जगह बनाए हुए है। फार्च्यून 500 कंपनियों में से 400 कर्नाटक में हैं। भारत के 100 से ज्यादा यूनिकॉर्न में से 40 से ज्यादा कर्नाटक में हैं। उन्होंने कहा कि गतिशक्ति राष्ट्रीय मास्टर प्लान ने बुनियादी ढांचे के निर्माण के तरीके को बदल दिया है। विकासशील बुनियादी ढांचे के साथ-साथ मौजूदा बुनियादी ढांचे का नक्शा भी तैयार किया जाता है। इस प्रक्रिया के दौरान लास्ट माइल कनेक्टिविटी का ध्यान रखा जाता है।
तीन दिनों में 300 से अधिक व्यावसायिकों प्रदर्शनियां होंगी
बता दें कि बेंगलुरु में तीन दिवसीय कार्यक्रम में 80 से अधिक वक्ता सत्र और 300 से अधिक प्रदर्शकों के साथ कई व्यावसायिक प्रदर्शनियां होंगी। कुमार मंगलम बिड़ला, सज्जन जिंदल और विक्रम किर्लोस्कर उद्योग जगत के शीर्ष नेताओं में शामिल हैं जो निवेशकों की बैठक में बोलेंगे।
प्रधानमंत्री कार्यालय के अनुसार, सत्रों की मेजबानी प्रत्येक भागीदार देशों फ्रांस, जर्मनी, नीदरलैंड, दक्षिण कोरिया, जापान और ऑस्ट्रेलिया द्वारा की जाएगी, जो अपने-अपने देशों से उच्च स्तरीय मंत्रिस्तरीय और औद्योगिक प्रतिनिधिमंडल लाएंगे।
अभी पढ़ें – देश से जुड़ी खबरें यहाँ पढ़ें