Terrorists Ready to Intrude in India: देश के दुश्मन घुसपैठ करने के लिए तैयार हैं। देश की खुफिया एजेंसियों को खुफिया रिपोर्ट मिली है कि 100 से ज्यादा आतंकवादी भारत देश में घुसने के लिए तैयार हैं। वे आतंकी हमले कर सकते हैं। इसलिए खुफिया एजेंसियों ने भारतीय सेना, भारतीय वायुसेना और भारतीय नौसेना को अलर्ट कर दिया है। सरकार को भी इस बारे में इनपुट दे दिया गया है।
जम्मू-कश्मीर में आतंकवादियों की घुसपैठ को विफल करने के लिए LOC पर सुरक्षा बलों को भी तैनात कर दिया गया है। सेना को बॉर्डर पर गश्त बढ़ाने के आदेश दिए गए हैं। साथ ही किसी तरह की गतिविधि होने पर जवाबी कार्रवाई करने के भी निर्देश हैं। सेना के तीनों अंगों को अलर्ट किया गया है कि वे देश की सरहदों की निगरानी करें और दुश्मनों को देश में घुसने से रोकें। कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
यह भी पढ़ें:‘बटेंगे तो कटेंगे’ सही बात है, कश्मीर में हिंदू क्यों कटे? पढ़ें अनिरुद्धाचार्य महाराज से खास बातचीत
बर्फबारी के बाद कर सकते हैं घुसपैठ
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, खुफिया एजेंसियों ने इनपुट दिया है कि पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (POK) में स्थित नीलम घाटी में 4 लॉन्च पैड्स पर पाकिस्तान की सेना द्वारा प्रशिक्षित किए गए करीब 120 आतंकवादी हैं, जो बर्फबारी होते ही पहाड़ी रास्तों से भारत में घुसपैठ करेंगे। यह तैयारी जम्मू-कश्मीर में पिछले कुछ समय से लगातार हो रहे आतंकवादी हमलों के बीच की गई है।
आतंकी हमले करके सेना के जवानों का ध्यान डायवर्ट करके पहाड़ी इलाकों में आतंकी तैनात कर दिए गए। आतंकवादियों की घुसपैठ की किसी भी कोशिश को नाकाम करने के लिए LOC और अंदरूनी इलाकों में अतिरिक्त सुरक्षा बल तैनात किए गए हैं और गश्त बढ़ाई गई है। आने वाले हफ्तों में बर्फबारी की आशंका के चलते सुरक्षा एजेंसियों ने जम्मू-कश्मीर में LOC पर गश्त बढ़ा दी है।
यह भी पढ़ें:पाकिस्तान की शहबाज शरीफ सरकार फंसी! जानें 50 अमेरिकी सांसदों ने राष्ट्रपति बाइडेन को क्यों लिखा खत?
सेना ने किए जवाबी कार्रवाई के इंतजाम
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, सुरक्षा बलों ने बताया कि खुफिया एजेंसियों से इनपुट मिले हैं। पाकिस्तानी सेना, लश्कर-ए-तैयबा, हिजबुल मुजाहिदीन और जैश-ए-मोहम्मद जैसे आतंकी संगठन आतंकी हमलों की साजिश रच रहे हैं। दिसंबर और जनवरी में भारी बर्फबारी होती है, जिससे घुसपैठ के रास्तों से आवाजाही मुश्किल हो जाती है। जनजीवन अस्त व्यस्त हो जाता है और स्थानीय लोग घरों में दुबक जाते हैं। सेना के जवानों को भी बंकरों-कैंपों में जाना पड़ता है।
खास तौर पर जम्मू कश्मीर के उत्तरी जिलों बारामुल्ला, कुपवाड़ा और बांदीपोरा के साथ-साथ जम्मू के राजौरी और पुंछ क्षेत्रों में भी बर्फबारी से आवाजाही बंद हो जाती है। इसका फायदा उठाकर आतंकी भारत में घुसपैठ कर सकते हैं। इस खतरों के जवाब में सुरक्षा बलों ने सीमा की सुरक्षा को बढ़ा दिया है। कश्मीर घाटी में आतंकवाद विरोधी अभियान भी तेज कर दिए गए हैं। कुपवाड़ा, बारामुल्ला और बांदीपुरा के ऊपरी इलाकों में लगातार तलाशी अभियान चल रहा है।
यह भी पढ़ें: ‘भारत माता का अपमान बर्दाश्त नहीं करेंगे’; हाईकोर्ट ने तमिलनाडु पुलिस को क्यों लगाई फटकार?