पाकिस्तान में आतंकवादियों की हालिया हत्याओं को लेकर भारतीय विदेश मंत्रालय की ओर से गुरुवार को प्रतिक्रिया आई है। मंत्रालय ने कहा है कि जो भारत के लिए मोस्ट वांटेड हैं वो यहां आ जाएं और कानूनी प्रक्रिया का सामना करें।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा कि हम चाहेंगे कि लोग भारत में आपराधिक और आतंकी गतिविधियों के लिए वांटेड हैं वो यहां आएं और हमारी कानूनी व्यवस्था का सामना करें। लेकिन, मैं उन घटनाओं पर टिप्पणी नहीं कर सकता जो पाकिस्तान में हो रही हैं।
#WATCH | On terrorists' being killed by unknown gunmen in Pakistan, MEA Spokesperson Arindam Bagchi says, "…Those who are wanted in India to face justice for criminal and terrorist activities, we would like them to come to India and face our legal system but I cannot comment on… pic.twitter.com/5ua9KXg9Ok
— ANI (@ANI) December 7, 2023
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उल्लेखनीय है कि 2015 में जम्मू-कश्मीर के उधमपुर में बीएसएफ के काफिले पर हुए हमले के मास्टरमाइंड हंजला अदनान की हाल ही में हत्या कर दी गई थी। अदनान को पाकिस्तान के कराची में अज्ञात हमलावरों ने गोलियों का शिकार बनाया था।
पन्नू की धमकी पर क्या बोले प्रवक्ता
खलिस्तानी आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू की 13 दिसंबर या उससे पहले संसद पर हमले की धमकी को लेकर बागची ने कहा कि भारत हमेशा ऐसी धमकियों को गंभीरता से लेता है। उन्होंने कहा हालांकि हम ऐसी धमकियां देने वाले चरमपंथियों को बढ़ावा नहीं देना चाहते हैं।
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बागची ने कहा कि हमने इस मामले को अमेरिका और कनाडा के अधिकारियों के सामने उठाया है। चरमपंथियों और आतंकियों की यह फितरत है कि उन्हें किसी मुद्दे पर मीडिया कवरेज मिले।
कतर के मामले को बताया संवेदनशील
इसके साथ ही उन्होंने कतर में आठ भारतीयों को दी गई मौत की सजा के खिलाफ दाखिल की गई अपील पर भी बात की। उन्होंने कहा कि भारत इस मामले पर करीबी नजर बनाए हुए है और उन्हें सभी कानूनी सहयोग उपलब्ध कराया जाएगा। उन्होंने कहा कि यह एक संवेदनशील मुद्दा है। लेकिन हम जो कर सकते हैं वह करेंगे।