आसिफ सुहाफ, श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर में अगले महीने से बर्फबारी शोरो होने वाली है और इससे ठीक पहले ही पाकिस्तानी सेना व ISI ज्यादा से ज्यादा आतंकियों को घुसपैठ करवाने की फिराक में है। इसके चलते पाकिस्तान और कब्जे वाले कश्मीर में मौजूद आतंकी ट्रेनिंग केम्प जम्मू-कश्मीर की एलओसी के नजदीक शिफ्ट कर दिए गए हैं, ताकि सीमा पार घुसपैठ में तेजी लाई जा सके।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, पहले आतंकी ट्रेनिंग केम्प्स को अधिकतर सुनसान इलाकों में रखा जाता था, लेकिन अब घाटी में आतंक का सफाया होता देख पाक सेना व ISI जम्मू कश्मीर मे जल्द से जल्द आतंकी भेजने की साजिश के चलते ज्यादातर ट्रेनिंग कैम्प्स को पाकिस्तान और पीओके के गांवों मे शिफ्ट किया गया है। सूत्रों के मुताबिक जम्मू और कश्मीर की LOC के नजदीक भारतीय क्षेत्रों गुरेज, नीलम वैली, कील, टंगधार, उड़ी, चकोटी, गुलमर्ग, पुंछ, राजोरी, सुंदरबनी और नौशेरा सेक्टर से यह ट्रैनिंग केम्प केवल एक से डेढ़ किलोमीटर दूर चलाये जा रहे हैं जबकि पहले यह ट्रेनिंग कैम्प दो से चार किलोमीटर बॉर्डर से दूर होते थे।
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लेकिन भारतीय सेना भी आतंकियों और ISI की हर साजिश को नाकाम बनाने के लिए तैयार बैठी है। LOC से IB तक सेना के जवान जी जान से देश की सुरक्षा में समर्पित हैं। खुफिया एजेंसीज से पाकिस्तानी साज़िश की जानकारी मिलते ही सेना ने LOC पर एक तरफ लेटेस्ट इक्विपमेंट एक्टिव कर दिए हैं। साथ ही सेना की पेट्रोलिंग जारी है।
ट्रेनिंग कैम्प्स LOC के नजदीक शिफ्ट
खुफिया एजेंसी के सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार पाकिस्तान ने बालाकोट, गड़ी हबीबुल्लाह, चेलाबंदी, शावनाला, अब्दुल्लाबिन मसूद, दुलाई, सेंसा, कोटली, गूलपूर, फागोश, डुबली के इलाको मे सक्रिय ट्रेनिंग कैम्प्स को LOC के नजदीक शिफ्ट कर दिया है। नौशेरा में चार आतंकी शिविर वायरलेस टी, आरसी, छतरी और बीएमजी को गांव छत्तर, सेरी और मरहोटा मे शिफ्ट किया गया है। यहां पाकिस्तानी सैन्य ब्रिगेड के कर्मी आतंकियों को प्रशिक्षण दे रहे हैं। नौशेरा में फिदायीन हमला करने आया आतंकी तबारक हुसैन भी इन्हीं गांवों में चल रहे ट्रेनिंग केम्पस में प्रशिक्षण लेकर आया था। सूत्रों के मुताबिक इन आतंकी कैम्प्स और ट्रेनिंग कैम्प्स को इसलिए LOC के नजदीक लाया गया है, ताकि इन्हें ट्रेनिन्ह देकर देकर तुरंत जम्मू कश्मीर में घुसपैठ कराया जा सके।
आतंकी घुसपैठ की कोशिशें नाकाम
जम्मू कश्मीर पुलिस के DG दिलबाग सिंह का कहना है कि आतंकी घुसपैठ की कोशिशों को नाकाम बना दिया है, लेकिन आतंकी एक दो बार सफल रहे। DGP ने कहा कि आतंकी अब ड्रोन के ज़रिए जम्मू काश्मीर में हथियार और ड्रग्स भेज रहे हैं जो बड़ा चेलेंज है। घाटी में युवा को तबाह करने वाली ड्रग्स को लगातार पकड़ा जा रहा है।
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केवल पिछले महीने के 15 दिनों के दौरान सेना ने जम्मू कश्मीर में करीब पांच घुसपैठ की कोशिशों को नाकाम बनाया और सात आतंकियों को मार गियारा। पिछले 15 दिन में राजोरी, जम्मू्, कुपवाड़ा, बारामुला और बांदीपोरा में सात बार आतंकियों की घुसपैठ की कोशिश नाकाम की गई है। इन घुसपैठ में शामिल आतंकी LOC के नजदीक शिफ्ट किए गए ट्रेनिग केम्पस से ट्रेनिंग लेकर आए थे।
सूत्रों का कहना है कि पाकिस्तान की ओर से कुपवाड़ा, बारामुला, बांदीपोरा, राजोरी, पुंछ, सांबा, कठुआ के इलाको मे LOC और IB के आसपास 300 से ज़्यादा हथियारों को फेंका गया है। सूत्रों की मानें तो इनमें से 200 से अधिक पिस्टल थे। कश्मीर घाटी में फेंके गए पिस्टल से टारगेट किलिंग की घटनाओं को अंजाम दिया जा रहा है। सूत्रों का कहना है कि जम्मू में फेंके गए हथियारों में पिस्टल और AK47 रायफल जैसे हथियार शामिल हैं, जिनके जरिए आतंकियों को हमले करने को कहा गया है।
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