पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत ने अटारी बॉर्डर बंद कर दिया तो पाकिस्तान ने भी अपनी वाघा सीमा सील कर दी है। भारत ने पाकिस्तानियों के वीजा रद्द करके उन्हें देश छोड़कर जाने का आदेश दिया। भारत सरकार ने उन्हें 5 दिन समय दिया और वे अपना सामान समेटकर अटारी बॉर्डर पर पहुंच गए। अटारी बॉर्डर खोलकर BSF के जवानों उन्हें आगे अपने देश की सीमा तक जाने दिया और फिर अटारी बॉर्डर के गेट बंद कर दिए गए।
लेकिन पाकिस्तान ने अपने नागरिकों को स्वीकार करने से इनकार कर दिया। पाकिस्तान ने वाघा सीमा के गेट ही नहीं खोले, जिस वजह से 10 से ज्यादा पाकिस्तानी वाघा बॉर्डर पर फंस गए हैं और गेट खुलने का इंतजार कर रहे हैं। पाकिस्तान ने अपने नागरिकों को देश में एंट्री देने से इनकार करने के लिए कोई स्पष्ट वजह भी नहीं बताई है, वहीं अपने देश की हरकत देखकर पाकिस्तानियों में आक्रोश हैं और उन्होंने अपने दिल का दर्द बयां किया है।
यह भी पढ़ें:ISI एजेंट के 5 चौंकाने वाले खुलासे, जानें पठान खान कौन? जिसे राजस्थान इंटेलिजेंस ने जैसलमेर से दबोचा
गेट नहीं खुलने से पाक नागरिकों में आक्रोश
इंडिया टूडे की रिपोर्ट के अनुसार, पाकिस्तान की वाघा सीमा पर फंसे पाकिस्तानी नागरिक सूरज कुमार कहते हैं कि वे अपनी बुजुर्ग मां को हरिद्वार की तीर्थयात्रा पर भारत लाए थे। 10 दिन पहले 45 दिन के वीजा पर भारत आया था, लेकिन पहलगाम आतंकी हमले के बाद मुझे पाकिस्तान लौट जाने के लिए कहा गया। आज सुबह छह बजे वापस पाकिस्तान लौटने के लिए अटारी-वाघा बॉर्डर पर पहुंचा तो पता चला कि वाघा सीमा के गेट बंद हैं। कहने पर भी पाक रेंजर्स गेट नहीं खोल रहे।
एक अन्य पाकिस्तानी नागरिक हर्ष कुमार की कहानी भी कुछ ऐसी ही है। उन्होंने कहा कि मैं सुबह 5 बजे से वाघी सीमा पर गेट खुलने का इंतजार कर रहा हूं, लेकिन रेंजर्स गेट नहीं खोल रहे। पाकिस्तानी अधिकारियों से अनुरोध करता हूं कि वे गेट खोलें और हमें वापस ले जाएं। हम तनाव में हैं। उन्होंने भारत और पाकिस्तान के बीच बिगड़ते संबंधों को भी चिंता का कारण बताया।
यह भी पढ़ें:आतंकी अम्मार याशर कौन? जिसे ATS ने झारखंड के धनबाद से दबोचा, जानें कैसे हुई गिरफ्तारी?
7 दिन का समय दिया था भारत छोड़ने के लिए
नामरा नामक भारतीय महिला की शादी पाकिस्तानी व्यक्ति से हुई है। वह अपने पति और बेटी से मिलने के लिए लाहौर जा रही थी, लेकिन उसे पाकिस्तान में जाने नहीं दिया जा रहा है। पाक रेंजर्स वाघा सीमा के गेट नहीं खोल रहे हैं। नामरा ने कहा कि मेरा परिवार लाहौर में है। मैं यहां खड़ी हूं, उम्मीद है कि पाकिस्तान मुझे अंदर आने देगा। मैं बस अपने परिवार के साथ रहना चाहती हूं।
बता दें कि भारत द्वारा 14 कैटेगरी के वीजा रद्द करने की घोषणा के बाद अटारी-वाघा बॉर्डर के रास्ते 125 पाकिस्तानी नागरिक देश छोड़कर चले गए। 7 दिन में 911 पाकिस्तानी भारत छोड़कर जा चुके हैं। भारत ने सार्क वीजा वाले पाकिस्तानियों को 26 अप्रैल, 12 अन्य कैटेगरी के वीजा वाले पाकिस्तानियों के लिए 27 अप्रैल तथा मेडिकल वीजा वाले पाकिस्तानियों के लिए 29 अप्रैल का समय भारत छोड़ने के लिए निर्धारित किया था।