(दीपक दुबे, दिल्ली)
पहलगाम में आतंकी हमला करने वाले एक आतंकवादी की पहचान हाशिम मूसा के रूप में हुई है, जिस पर जम्मू कश्मीर पुलिस ने 20 लाख रुपये का इनाम रखा है। भारत की खुफिया एजेंसी को हाशिम मूसा के बारे में कई जानकारियां मिली हैं। हाशिम मूसा पाकिस्तानी आर्मी का स्पेशल फोर्स का पूर्व पैरा कमांडो रह चुका है। मूसी के पास कई अत्याधुनिक हथियार थे। मूसा लश्कर-ए-तैयबा के साथ मिलकर काम करता है।
लश्कर का बेहद खतरनाक आतंकी है। मूसा ने आर्मी की स्पेशल फोर्स की तरह ही पहलगाम में जघन्य वारदात को अंजाम दिया। भारतीय खुफिया एजेंसियों के मुताबिक, संभव है कि पाकिस्तान की स्पेशल सर्विस ग्रुप (SSG) के जरिए मूसा को लश्कर के पहलगाम मिशन को पूरा करने की जिम्मेदारी सौंपी गई हो। मूसा हाइली ट्रेंड फोर्स का जवान है। मूसा कोवर्ट ऑपरेशन, वॉर फेयर में शारीरिक मानसिक रूप से सक्षम है।

Pahalgam Terror Attack Attackers
मूसा ले चुका पैरा कमांडो की ट्रेनिंग
हाशिम मूसा SSG से कमांडो ट्रेनिंग ले चुका है और अत्याधुनिक हथियारों को चलाने के साथ-साथ आमने-सामने किसी भी शख्स के साथ लड़ने में माहिर है। मूसा अत्याधुनिक नेविगेशन सिस्टम को चलाने में माहिर है, जिस वजह से एजेंसियों के लिए उसको ट्रैक करना काफी मुश्किल काम है। मूसा का बैकग्राउंड चेक करने के बाद जम्मू कश्मीर पुलिस ने 10 से भी ज्यादा संदिग्धों को हिरासत में लिया, जो लश्कर के लिए बतौर ओवर ग्राउंड वर्कर्स काम करते हैं।
जम्मू कश्मीर पुलिस ने इन वर्कर्स से पूछताछ की तो हाशिम मूसा के बारे में पता चला। हिरासत में लिए गए वर्कर्स लोकल स्तर पर रेकी करते हैं। आतंकियों को लॉजिस्टिक सपोर्ट उपलब्ध कराते हैं। पहलगाम हमले में और उससे पहले हुए आतंकी हमले में ISI की भूमिका को बारीकी से खंगालने में एजेंसियां जुटी हैं। मूसा कश्मीर में साल 2024 में अक्टूबर महीने में गगनगीर, गंदेरबल में हुए आतंकी हमलों में भी शामिल रहा है।