Pahalgam Terror Attack Adil Hussain Shah: पहलगाम आतंकी हमले में 27 लोगों की जान चली गई और 17 लोग घायल हैं। कोई हनीमून मनाने के लिए गया था कोई सालगिरह मनाने के लिए। किसी का घर बसने से पहले ही उजड़ गया तो किसी के बच्चे के सामने उसके पिता को मार दिया गया। पहलगाम में हुए इस हमले ने लोगों को झकझोर कर रख दिया। कहा जा रहा है कि आतंकियों ने लोगों से उनका धर्म पूछकर मारा, जो हिंदू थे उन्हें तुरंत गोली मार दी। वहीं एक स्थानीय व्यक्ति जिसका नाम सैयद आदिल हुसैन शाह था भी इस हमले में शहीद हुआ है, जिसकी शहादत पर उसके पिता को गर्व है। आइए जानते हैं कि क्या बोले आदिल के पिता…
कब पता चला बेटे की मौत के बारे में
सैयद आदिल हुसैन शाह के पिता हैदर शाह से जब ये पूछा गया कि उन्हें कब पता चला कि उनका बेटा अब इस दुनिया में नहीं रहा? इस पर आदिल हुसैन के पिता ने कहा कि जब हमें पहलगाम में हुए आतंकी हमले की खबर मिली तो हम डर गए थे, वहां हमारा बेटा घोड़ा लेकर गया था। उन्होंने कहा कि मेरा बेटा और चचेरा भाई पहलगाम के अस्पताल में गए तो उन्हें पता चला कि उनका बेटा अब इस दुनिया में नहीं रहा।
“मुझे अपने बेटे की शहादत पर गर्व है”
◆ पहलगाम आतंकी हमले में मारे गए सैयद आदिल हुसैन शाह के पिता हैदर शाह ने कहा #PahalgamTerroristAttack | #PahalgamTerrorAttack | Pahalgam | #Pahalgam pic.twitter.com/XzdC0AGiTi
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मुझे अपने पिता की शदाहत पर गर्व है
सैयद आदिल हुसैन शाह के पिता ने कहा कि उन्हें दुख तो है कि उनका सबसे बड़ा बेटा अब उनके बीच में नहीं है। मगर उन्हें बेटे की शहादत पर गर्व है। अगर वो न होता तो और भी कई लोगों की जान जा सकती थी। उन्होंने कहा कि आदिल बहुत बहादुर था, जब आतंकी कश्मीर को शर्मसार कर रहे थे तब आदिल ने उनकी बंदूकों को पकड़ने की कोशिश की उन्हें रोकने की कोशिश की वो उनकी बंदूकें छीन रहा था।
बेटे के काम की वजह से जिंदा हूं
हैदर शाह ने बताया कि आज वो अपने बेटे के नेक काम की वजह से जिंदा है। उसने लोगों की मदद की, महिलाओं की मदद की और बच्चों की मदद की। उसने अपनी जान की परवाह नहीं की और लोगों को बचाया। आदिल के इस नेक काम पर मुझे गर्व है और आज मैं इसी वजह से जिंदा हूं, वरना उसकी मौत से मैं भी मर जाता।
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