जम्मू-कश्मीर के पहलगाम की बैसरन घाटी में आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव चरम पर है। पाकिस्तान के मंत्री पहले ही कह चुके हैं कि कभी भी भारत उनके ऊपर हमला कर सकता है। इसके मद्देनजर पाकिस्तानी सेना भारत के साथ लगती सीमाओं पर निर्माण कार्यों में तेजी ला चुकी है। ANI की रिपोर्ट के मुताबिक पाक सेना ने अग्रिम ठिकानों पर हवाई रक्षा और तोपखाना इकाइयों को तैनात कर दिया है। पाकिस्तानी सेना ने राजस्थान के बारनर में लोंगेवाला सेक्टर के सामने रडार सिस्टम और हवाई रक्षा हथियार प्रणाली को भी एक्टिव कर दिया है।
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ANI की रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्तानी वायुसेना फिलहाल एक साथ तीन अभ्यास कर रही है। इनको फिजा-ए-बद्र, लालकार-ए-मोमिन और जर्ब-ए-हैदरी का नाम दिया गया है। तीनों अभ्यासों में F-16, J-10 और JF-17 समेत सभी प्रमुख लड़ाकू विमानों के बेड़े शामिल किए गए हैं। बताया जा रहा है कि ये अभ्यास 29 अप्रैल को शुरू हुए थे। हमले की आशंका को देखते हुए पाकिस्तानी सेना की स्ट्राइक कोर भी एक्टिव हो चुकी है। पाकिस्तानी सेना ने जमीनी और हवाई अड्डों की सुरक्षा के लिए एयरपोर्ट सुरक्षा बल को भी तैनात किया है।
Pakistan continues military buildup along Indian border, Chinese howitzers being inducted in artillery regiments
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— ANI Digital (@ani_digital) May 1, 2025
22 अप्रैल को हुआ था आतंकी हमला
ANI की रिपोर्ट के मुताबिक चीन से पाकिस्तान को SH-15 हॉवित्जर तोपें मिली हैं। उनको भी बॉर्डर के अग्रिम इलाकों में तैनात किया जा रहा है। बता दें कि 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ गया है। 4 आतंकियों ने हमला करके 26 लोगों की हत्या कर दी थी। 23 अप्रैल को सुरक्षा मामलों की कैबिनेट समिति (CCS) की बैठक हुई थी। CCS ने हमले की कड़े शब्दों में निंदा की और पीड़ितों के परिवारों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त की थी।
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ANI की रिपोर्ट के मुताबिक जम्मू-कश्मीर में कुछ ही महीने पहले विधानसभा चुनावों का सफल आयोजन हुआ था। आर्थिक विकास की दिशा में भी कश्मीर निरंतर प्रगति कर रहा है। हमले के लिए जिम्मेदार आतंकवादियों और इसके पीछे के साजिशकर्ताओं को कड़ी सजा मिलेगी, यह ऐलान सरकार कर चुकी है। पाकिस्तान को कड़ा संदेश देने के लिए सिंधु जल संधि को स्थगित किया जा चुका है।