Amarnath Yatra: पहलगाम आतंकी हमले के बाद अमरनाथ यात्रा को लेकर चिंताएं बढ़ गई हैं। 3 जुलाई से 9 अगस्त तक होने वाली अमरनाथ यात्रा पर इसका असर भी दिखने लगा है। लोगों ने यात्रा को लेकर रजिस्ट्रेशन कराना बंद कर दिया है। इस हमले ने लोगों के दिलों में डर पैदा कर दिया है। लोगों को डर है कि आतंकी कभी अमरनाथ यात्रा के दौरान उन पर हमला न कर दें।
रजिस्ट्रेशन सेंटरों पर सन्नाटा छाया
बताया जा रहा है कि पूरे देशभर से लोग अमरनाथ यात्रा को लेकर भारी सख्ंया में रजिस्ट्रेशन करा रहे थे। लोगों में अमरनाथ यात्रा को लेकर गजब जोश था, लेकिन पहलगाम आतंकी हमले के बाद रजिस्ट्रेशन सेंटरों पर सन्नाटा छा गया है। लोग अब अमरनाथ यात्रा जाने से बच रहे हैं। जिन लोगों ने रजिस्ट्रेशन कराया हुआ है वे भी इस हमले के बाद से सहमे हुए हैं। लोगों का कहना है कि इस आतंकी हमले के बाद सोशल मीडिया पर वायरल हो रही तस्वीरों ने उन्हें बहुत डरा दिया है।
अमरनाथ यात्रा में इस बार नहीं दिखेगी भीड़
पहलगाम आतंकी हमले का असर इस बार अमरनाथ यात्रा पर भी दिखेगा। इस बार लोगों की संख्या बहुत कम रहने वाली है। मध्य प्रदेश के जबलपुर में पहलगाम अटैक में सैलानियों और श्रद्धालुओं में डर पैदा कर दिया है। बाबा बर्फानी के दर्शनों के लिए चल रहा रजिस्ट्रेशन भी ठंडा पड़ गया। जबलपुर के पीएनबी बैंक में पहले लोगों को काफी भीड़ जुट रही थी, लेकिन पहलगाम हमले के बाद से सन्नाटा छाया हुआ है। अब इक्का-दुक्का लोग ही रजिस्ट्रेशन कराने पहुंच रहे हैं। यह हाल मध्य प्रदेश, यूपी, दिल्ली, छत्तीसगढ़, हरियाणा समेत सभी राज्यों का है।
ज्यादातर लोगों ने अपनी यात्राएं टाली
जम्मू कश्मीर के पहलगाम में आतंकी हमले ने पर्यटकों के बीच डर और चिंता का माहौल पैदा कर दिया है। ग्रेटर नोएडा से कश्मीर जाने वाले श्रद्धालु और सैलानी अब अपने टूर प्लान को या तो स्थगित कर रहे हैं या पूरी तरह रद्द कर रहे हैं। नोएडा, ग्रेटर नोएडा और ग्रेनो वेस्ट से बड़ी संख्या में लोग अमरनाथ यात्रा की तैयारी कर रहे थे, लेकिन अब हालात को देखते हुए ज्यादातर लोगों ने अपनी यात्राएं टाल दी हैं।
अमरनाथ यात्रा के दौरान दो बार हुए हमला
अमरनाथ यात्रा को लेकर सरकार की ओर से कोई जानकारी नहीं दी गई है। लेकिन इस हमले के बाद कश्मीर में पर्यटन प्रभावित हो सकता है। इससे पहले साल 2000 में अमरनाथ आधार शिविर पर हुए हमले में 30 से अधिक लोग मारे गए और 60 घायल हुए थे। इसके साथ ही 2017 में अमरनाथ मंदिर से लौटते समय आठ तीर्थयात्रियों की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।