News24 Opinon: (दिलीप शुक्ला, वरिष्ठ पत्रकार)। भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी को सूरत जिला न्यायालय में माफी न मांगने पर, दो साल की सजा सुनाई गई। इसके 24 घंटे में लोकसभा सचिवालय ने संसद की सदस्यता से बर्खास्त कर दिया। अब वे पूर्व संसद सदस्य हो गए हैं। इस पर राहुल गांधी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि सावरकर नहीं हूं, माफी नहीं मांगूंगा। लोकतंत्र को बचाने और जनता के हक के समर्थन के लिए लड़ता रहूंगा।
वरिष्ठ पत्रकार श्रवण गर्ग ने ‘सत्य हिंदी’ में कहा है कि राहुल गांधी जेल में केंद्र सरकार के लिए मजबूत चुनौती बनेंगे, बशर्ते हाई कोर्ट में अपील करेंगे या नहीं। अपील करने से सजा निलंबित होने पर सदस्यता बचेगी। निर्णय आने पर सजा कम होगी। संसद सदस्यता बची रहेगी। राहुल गांधी अपील करेंगे या नहीं, इस पर इलेक्ट्रॉनिक मीडिया और अखबारों में कुछ नहीं आया। राहुल गांधी ने मन नहीं बनाया है। इसकी न तो राहुल गांधी, ना ही भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ने घोषणा की है।
कांग्रेस के वर्तमान राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा है कि हम सब एकजुट होकर लोकतंत्र को बचाने के लिए लड़ेंगे। सीबीआई, प्रवर्तन निदेशालय, इनकम टैक्स सहित सभी सरकारी एजेंसियों का मुद्दा प्रमुख रहेगा। चुनाव आयोग शिवसेना के मुद्दे पर केंद्र सरकार और भारतीय जनता पार्टी के इशारे पर जो निर्णय लिया है, उसका विरोध होगा। राहुल गांधी ने चुनाव आयोग, सीबीआई, प्रवर्तन निदेशालय सहित सरकारी एजेंसियों के दुरुपयोग व विपक्षी नेताओं के पीछे पड़ने पर सवाल उठाए हैं। गौतम अडानी, एयर इंडिया, एयर पोर्ट, बंदरगाह और रेलवे स्टेशन सहित सरकारी विभागों को लीज पर देने का मुद्दा उठाया है। मेहुल चोकसी, नीरव मोदी, ललित मोदी, विजय माल्या सहित बैंकों के घोटाले करने वाले लोगों पर अपनी आवाज़ प्रमुख रूप से उठाई है। राहुल गांधी ने जिस अध्यादेश को फाड़ा था, उसमें प्रावधान है कि दोषी सिद्ध होने पर संसद सदस्यता नहीं ख़त्म होगी। भारतीय जनता पार्टी सहित सभी विपक्षी दलों की इस पर सहमति थी। सबकी सहमति पर इस अध्यादेश को तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह सरकार ने बनाया था।
‘सत्य हिंदी’ में श्रवण गर्ग ने कहा है कि राहुल गांधी नायक हो गए हैं। सभी विपक्षी दलों का राहुल गांधी को इन मुद्दे पर समर्थन हासिल है। राहुल गांधी को विपक्षी दलों का नेता बनाया है। गोदी मीडिया पर राहुल गांधी, जो आज प्रहार किया है, वह काबिल ए तारीफ है। राहुल गांधी ने विपक्षी दलों का ठेका ले लिया है। लोकतंत्र बचाने में आवाज बुलंद करते रहेंगे।
राहुल गांधी के सावरकर वाले बयान पर लड़ाई जोरदार होगी। सजा कम न होने पर संसद में 8 साल प्रवेश नहीं करेंगे। प्रियंका गांधी लोकसभा और राज्यसभा में प्रवेश करेंगी ऐसी संभावनाएं हैं। राहुल गांधी लोकतंत्र को बचाने के लिए लड़ते रहेंगे। राहुल गांधी 1 माह या 8 साल संघर्षरत रहेंगे। लालू यादव की तरह।