केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला से बात की है। ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ गया है। ऑपरेशन सिंदूर को भारतीय सेना ने भयावह पहलगाम आतंकवादी हमले के जवाब में शुरू किया है। केंद्रीय गृह मंत्री लगातार जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल (एलजी) मनोज सिन्हा और सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के महानिदेशक के संपर्क में हैं।
अमित शाह ने डीजी बीएसएफ को सीमावर्ती इलाकों में रहने वाले लोगों की सुरक्षा के लिए सभी उपाय सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं। इस बीच उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने आज सुबह जम्मू-कश्मीर के सीमावर्ती जिलों की स्थिति की समीक्षा की। उन्होंने जिला कलेक्टरों को निर्देश दिया है कि वे संवेदनशील क्षेत्रों से ग्रामीणों को हटा दें और जरूरी सेवाएं उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें।
डीसी को मिले निर्देश
डीसी को ग्रामीणों को संवेदनशील क्षेत्रों से सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित करने और भोजन, आवास, भोजन, चिकित्सा और परिवहन सुनिश्चित करने का भी निर्देश दिया है। लेफ्टिनेंट गवर्नर (जेएंडके) के कार्यालय ने एक्स पर पोस्ट किया। मनोज सिन्हा ने कहा कि सरकार किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तैयार है।
उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर केंद्र शासित प्रदेश के सीमावर्ती जिलों में सभी वरिष्ठ प्रशासनिक, पुलिस और जिला अधिकारियों के साथ स्थिति का जायजा लिया, जिसमें सभी सीमावर्ती जिलों के डीसी भी शामिल हैं। मैं स्थिति पर करीब से नजर रख रहा हूं और सरकार किसी भी स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है।
अमित शाह ने क्या कहा?
इससे पहले अमित शाह ने कहा कि भारत आतंकवाद को जड़ से खत्म करने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने पहलगाम में हुए भयावह आतंकवादी हमले के जवाब में ‘ऑपरेशन सिंदूर’ शुरू करने के लिए सेना की प्रशंसा की, जिसमें 26 लोगों की जान चली गई और कई लोग घायल हो गए। केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि नरेंद्र मोदी सरकार भारतीय नागरिकों पर किसी भी हमले का जवाब देने के लिए प्रतिबद्ध है।
शाह ने एक्स पर लिखा कि हमें अपने सशस्त्र बलों पर गर्व है। ऑपरेशन सिंदूर पहलगाम में हमारे निर्दोष भाइयों की क्रूर हत्या के प्रति भारत की प्रतिक्रिया है। मोदी सरकार भारत और उसके लोगों पर किसी भी हमले का मुंहतोड़ जवाब देने के लिए कृतसंकल्प है। भारत आतंकवाद को जड़ से खत्म करने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है।
आतंकवादियों को किया गया लक्षित
ये सटीक हमले पाकिस्तान के आतंकवादी बुनियादी ढांचे पर लक्षित होकर किए गए हैं। भारत ने 1971 के बाद से पाकिस्तान के निर्विवाद क्षेत्र में सबसे बड़ी कार्रवाई की है, जिसमें पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले जम्मू-कश्मीर में आतंकी शिविरों को सफलतापूर्वक निशाना बनाया गया है। यह पिछले पांच दशकों में पाकिस्तानी क्षेत्र में भारत की सबसे बड़ी सैन्य कार्रवाई है।