ऑपरेशन सिंदूर के बाद आज पीएम मोदी की अध्यक्षता में एनडीए की बड़ी मीटिंग हो रही है। मीटिंग में 20 राज्यों के सीएम और 18 डिप्टी सीएम शामिल हुए हैं। इसके अलावा बैठक में जेपी नड्डा, राजनाथ सिंह और अमित शाह भी शामिल होंगे। ऑपरेशन सिंदूर और एनडीए सरकार का एक साल पूरा होने पर आयोजित हो रही बैठक काफी महत्वपूर्ण मानी जा रही है। इस बैठक में दो बड़े प्रस्ताव भी पारित किए जाएंगे। पहला प्रस्ताव भारतीय सेना और ऑपरेशन सिंदूर की सफलता के लिए लाया जाएगा। जबकि दूसरा प्रस्ताव जातीय जनगणना के फैसले को लेकर लाया जाएगा। दोनों ही प्रस्ताव में एनडीए सरकार के मुखिया यानी पीएम नरेंद्र मोदी के फैसलों की सराहना की जाएगी।
ऑपरेशन सिंदूर पर नहीं होगी राजनीति
ऑपरेशन सिंदूर के बाद एनडीए की एकजुटता प्रदर्शित करने के लिहाज से यह बैठक अहम मानी जा रही है। बैठक ऐसे समय में आयोजित हो रही है जब पूरा देश ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान पर हुई कार्रवाई को लेकर जोश में है। बैठक के जरिए बीजेपी और एनडीए विपक्ष को यह मैसेज देना चाहती है कि ऑपरेशन सिंदूर और जातीय जनगणना समेत कई अहम फैसले एनडीए की मजबूत सरकार के दौरान लिए गए हैं। ऑपरेशन सिंदूर को सेना की उपलब्धि के रूप में पेश किया जाएगा, ताकि इसका राजनीतिक लाभ नहीं उठा पाए। इसको लेकर बीजेपी और पीएम मोदी पहले ही नेताओं को निर्देश दे चुके हैं।
पीएम ने दिया बड़ा मैसेज
बीजेपी को 2024 के लोकसभा चुनाव में 240 सीटों पर जीत मिली थी, ऐसे में कयास लगाए जा रहे थे कि बीजेपी इस बार वैसे फैसले नहीं ले पाएगी जैसे कि उसने पिछले दो कार्यकालों में लिए थे। लेकिन पीएम मोदी ने अपनी दूरदर्शी सोच और स्पष्टतावादी नीतियों से न सिर्फ एनडीए के साथियों को बांध कर रखा है बल्कि कड़े फैसले लेकर विपक्ष को बता दिया कि यह सरकार भी पिछली सरकारों की तरह ही मजबूत है।
जातीय जनणगना से विपक्ष को किया चित्त
एनडीए सरकार ने विपक्ष के सबसे बड़े सियासी गुब्बारे जातीय जनणगना की हवा निकालने का काम किया है। पीएम मोदी की अध्यक्षता में इस महीने हुई कैबिनेट मीटिंग में जातीय जनगणना को मूल जनगणना के साथ कराए जाने का फैसला किया गया है। इस फैसले को लेकर जहां विपक्ष ने खुद की पीठ थपथपाई तो बीजेपी और एनडीए ने इसे पीएम की दूरदर्शी सोच का परिणाम बताया। पीएम मोदी के इस फैसले से विपक्ष के जाति आधारित राजनीति वाले दांव को काटने में बीजेपी ने सफलता हासिल की है।
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बिहार चुनाव के लिहाज से बड़ी बैठक
यह बैठक बिहार विधानसभा चुनाव के लिहाज से भी काफी महत्वपूर्ण मानी जा रही है। बैठक में सीएम नीतीश कुमार भी शामिल होंगे। बैठक के इतर सीएम नीतीश कुमार पीएम मोदी से मुलाकात कर सकते हैं। बैठक में सहयोगियों के साथ सीट बंटवारे और चुनावी मुद्दों को लेकर चर्चा हो सकती है।
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