NDA Dinner Meeting: बिहार विधानसभा चुनावों में एनडीए की प्रचंड जीत का जश्न मनाने और भाजपा की स्पेशल 45 टीम को सम्मानित करने के लिए भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा के दिल्ली स्थित आवास पर डिनर मीटिंग का आयोजन किया. डिनर मीटिंग में केंद्रीय नेताओं के अपने अनुभव साझा किए. वहीं उन्हें बंगाल समेत अगले चुनाव में अभी से तैयार रहने के लिए प्रेरित किया गया. जेपी नड्डा के आवास पर हुई डिनर मीटिंग में विजय सिन्हा, नरोत्तम मिश्रा, सिद्धार्थनाथ सिंह, नित्यानंद राय, शलभ मणि त्रिपाठी, सुब्रत पाठक समेत कई नेता पहुंचे. जेपी नड्डा के घर रात्रि भोज में बुलाए गए बीजेपी के सभी नेताओं को मिथिला का प्रसिद्ध मखाना, गया का तिलकुट – और मधुबनी पेंटिंग से सजा शाल भेंट किया गया.
डिनर मीटिंग में क्या बोले गृहमंत्री
सूत्रों के हवाले से गृहमंत्री अमित शाह ने आज की बैठक में कहा कि बिहार के चुनाव में NDA की जीत पूरे भारत की जीत है. बिहार की जीत घुसपैठियों को देश से बाहर करने के हर भारतीय के संकल्प की जीत है. मोदी जी के नेतृत्व में जनता का अटूट प्रेम और विश्वास है. बिहारवासियों ने मोदी जी और नीतीश जी की जोड़ी को दिल खोल कर समर्थन दिया. बिहार चुनाव NDA की एकजुटता और शक्ति की जीत है. NDA की पांच पार्टियों ने पांच पांडवों की तरह बिहार चुनाव में जिस तरह एकजुटता दिखाई, वो तारीफ के काबिल थी. बिहार की जनता ने बताया कि सिर्फ़ वादे नहीं डिलीवर करने वाली मोदी जी के नेतृत्व वाली NDA सरकार ही जनता की पसंद है. इस जीत में JDU के कार्यकर्ताओं के परिश्रम की भी जितना प्रशंसा की जाये वो कम है.
यह भी पढ़ें: ‘पाखंडी पाकिस्तान अपने अंदर झांके…’, मानवाधिकार के हनन के मसले पर भारत की तीखी टिप्पणी
आगे बंगाल की लड़ाई
गृहमंत्री अमित शाह ने आगे कहा कि भाजपा कार्यकर्ताओं ने अपने परिश्रम से बिहार चुनाव के नतीजों को ऐतिहासिक कर दिया, हर कार्यकर्ता को नमन करता हूं. उन्होंने सभी नेताओं ने परिश्रम की पराकाष्ठा की. उन्होंने कहा कि चुनाव में 1 प्रतिशत का योगदान भी बड़ा होता है, लेकिन कोई नेता ये नहीं समझे कि ये जीत उसकी वजह से मिली है, क्योंकि इससे घमंड आता है. आपकी जिम्मेदारी चुनाव लड़ाने की नहीं बल्कि “जहां कम वहां हम” की भूमिका में थी. आगे बंगाल की लड़ाई के लिए हम सबको तैयार रहना है. हमेशा कार्यकर्ता मोड में रहिए कहीं भी ड्यूटी लगाई जा सकती है.
यह भी पढ़ें: मोदी सरकार की कैबिनेट मीटिंग में 4 बड़े फैसले, पुणे मेट्रो के विस्तार पर खर्च होंगे 9,858 करोड़ रुपये










