22 सितंबर से नवरात्रि का पर्व शुरू होने जा रहा है। पहले दिन हर घर में कलश स्थापना होती है। लेकिन इसकी स्थापना शुभ मुहूर्त में होना जरुरी है। यह नवरात्रि आपके लिए हितकारी, कल्याणकारी, शुभकारी और सौभाग्यशाली साबित होगी। कैसे इस नवरात्रि मां अंबे की आराधना से पूरी होगी आपकी हर मनोकामना।
पूर्वा फाल्गुनी नक्षत्र सुबह 9:32 तक इसके बाद उत्तरा फाल्गुनी नक्षत्र शुरू होगा। शुभ योग शाम 7:53 तक इसके बाद शुक्ल योग शुरू होगा। आज दरस अमावस्या है। आज सर्वार्थ सिद्धि योग बना हुआ है। इसी क्रम में आज के कुछ अशुभ मुहूर्त भी हैं। जैसे राहु काल शाम 4:30 बजे से 6:00 बजे तक यमगंड काल दोपहर 12:14 से दोपहर 45 तक और गुलिक काल दोपहर 36 से शाम 4:48 तक इन अशुभ समयों में किसी नए कार्य का शुभारंभ ना करें।
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