NASA Reveals Shocking Secret: एक दिन सूर्य खत्म हो जाएगा और धरती पर जीवन भी खत्म हो जाएगा। ऐसी संभावना अंतरिक्ष वैज्ञानिकों ने जताई है। सूर्य 4.5 अरब साल पुरानी तारा है, जो हाइड्रोजन और हीलियम का एक गर्म चमकता हुआ गोला है। सूर्य हमारे सौरमंडल के केंद्र में है। यह पृथ्वी से 150 मिलियन किलोमीटर दूर है।
सूर्य सौरमंडल का एकमात्र तारा है। इसकी ऊर्जा के बिना पृथ्वी पर जीवन संभव नहीं हो सकता है। सूर्य एक मध्यम आकार का तारा है, जिसकी त्रिज्या 7 लाख किलोमीटर है। सूर्य के लिए लैटिन शब्द सोल का इस्तेमाल किया जाता है, जो सोलर जैसे कई सूर्य-संबंधी शब्दों का मूल है। प्राचीन ग्रीक पौराणिक कथाओं में हेलिओस सूर्य देवता का जिक्र है। उनके नाम का उपयोग हीलियोस्फीयर और हीलियोसिस्मोलॉजी में भी किया जाता है।
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5 अरब साल और जिंदा रहेगा सूर्य
हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिका की स्पेस एजेंसी नासा के अंतरिक्ष वैज्ञानिकों ने पूर्वानुमान लगाया है कि सभी तारों की तरह सूर्य की ऊर्जा भी एक दिन खत्म हो जाएगी और वह एक लाल विशालकाय तारे में बदल जाएगा, जो संभवत: बुध और शुक्र को और शायद पृथ्वी को भी निगल लेगा। वैज्ञानिकों का मानना है कि सूर्य अभी अपने जीवनकाल के आधे से भी कम समय में है और श्वेत वामन बनने से बनने से पहले यह 5 अरब वर्ष और जीवित रहेगा।
सूर्य हमारे सौरमंडल में रहकर धरती के लिए बेहद अहम भूमिका निभाता है। इसके कारण ही पृथ्वी पर जीवन है। इंसान, पौधे, जानवर सब इसी के कारण जीवित रहते हैं। ऐसे में अगर सूर्य का अंत हो जाएगा तो धरती पर अंधेरा छा जाएगा। प्रकृति से लेकर जीवन तक खत्म हो जाएगा। धरती वीरान-बेजान हो जाएगा।
रॉयल एस्ट्रोनॉमिकल सोसाइटी (MNRAS) की मासिक पत्रिका में अप्रैल 2024 में प्रकाशित रिसर्च के अनुसार, हर तारे की तरह सूर्य का भी जीवनकाल सीमित है। किसी दिन सूर्य मर जाएगा और हमारी पृथ्वी सहित सौर मंडल के कुछ हिस्से सूर्य द्वारा अवशोषित कर लिए जाएंगे। जब सूर्य उन्हें अवशोषित कर लेगा तो वे खत्म हो जाएंगे।
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