Nagendra Reddy Criminal who studied from IIT Madras killed in police encounter: वैसे तो एक से बढ़कर एक अपराधियों के किस्से आपने सुने होंगे। लेकिन आज एक बहुत अनोखे अपराधी की कहानी हम आपको बताने जा रहे हैं। यह एक ऐसा क्रिमिनल है जिसने आईआईटी से पढ़ाई की और इसके बाद आईटी सेक्टर में अच्छी नौकरी हासिल की। इस हत्यारे का नाम था नागेंद्र रेड्डी। साल 2011 में उसे बैंगलुरु में मार गिराया गया था। यह अपराधी दो बार पुलिस से बचकर भाग गया था लेकिन तीसरी बार पुलिस मुठभेड़ में वह नहीं बच सका और मौत के घाट उतार दिया गया। नागेंद्र रेड्डी की कहानी बहुत चौंकाने वाली है।
नागेंद्र रेड्डी का जन्म एक साधारण परिवार में हुआ था। वह पढ़ने-लिखने में बहुत अच्छा था। यही वजह थी कि उसे आईआईटी जैसे बड़े संस्थान में पढ़ने का मौका मिला। उसने आईआईटी मद्रास से ग्रेजुएशन की डिग्री हासिल की। इसके बाद उसे हैदराबाद में नौकरी मिली। इसके बाद बेंगलुरु जाकर उसने एक कंपनी शुरू की और फिर यूके चला गया। इसके बाद के कुछ सालों में ही वह एक वांछित और क्रूर अपराधी बन गया। जब उसकी मौत हुई तब वह 30 साल का था। वह लंदन में कई हत्याओं में शामिल रहा था।
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लड़की को प्रभावित करने के लिए हत्या
नागेंद्र रेड्डी के पिता का नाम मदन मोहन रेड्डी था। वह आंध्र प्रदेश के निजामाबाद जिले का रहने वाला था। स्कूल के दिनों में ही वह पढ़ने-लिखने में अच्छा था। साल 2001 में उसने आईआईटी से पढ़ाई पूरी की। 2003 में वह यूके चला गया। उसे यह पसंद नहीं था कि उसकी छोटी बहन किसी से बात करे। इसी वजह से उसने पहली हत्या की थी।
लंदन में यह हत्या उसने अपने दोस्त को प्रभावित करने के लिए की थी। इसके बाद उसने अपनी बहन के लिए एक दोस्त की हत्या कर दी थी। उसपर कुल 13 आरोप थे। इनमें कई बेरहमी से हत्या करने के थे। 2003 में लंदन में एक लड़की को इंप्रेस करने के लिए उसने अपने एक सहकर्मी की हत्या कर दी थी। इस सहकर्मी का नाम राधाकृष्ण चिपुरा था। उसने चिपुरा के शव को जला दिया था। लंदन पुलिस से बचने के लिए वह हैदराबाद भाग आया था।
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