Mumbai–Ahmedabad High-Speed Rail Corridor: भारत के रेलवे ट्रैफिक में जल्द एक नया अध्याय जुड़ने वाला है। सालों से चर्चा में बुलेट ट्रेन अब जल्द ही धरातल पर उतरने वाली है। मुंबई-अहमदाबाद हाई-स्पीड रेल कॉरिडोर (MAHSR) का काम तेजी से चल रहा है। यह कोरिडोर करीब 508 किमी लंबा है। बिहार में प्रचंड जीत के बाद पीएम मोदी ने शनिवार को सूरत बुलेट ट्रेन के स्टेशन का निरीक्षण किया। यहां पीएम मोदी ने कर्मचारियों और अधिकारियों से बातचीत की। साथ ही प्रोजेक्ट के बारे में विस्तार से जानकारी प्राप्त की।
अंतर्राष्ट्रीय मानकों को ध्यान में रखते हुए एडवांस इंजीनियरिंग तकनीकों से यह प्रोजेक्ट पूरा किया जा रहा है। इसका 465 किमी का हिस्सा पुलों पर है। यह पूरे प्रोजेक्ट का 85 प्रतिशत है। अभी तक 326 किमी का काम पूरा हो चुका है। 25 में से 17 नदी पुलों पर निर्माण कार्य पूरा हो चुका है।
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मुंबई-अहमदाबाद हाई-स्पीड रेल कॉरिडोर (MAHSR) भारत की सबसे बड़ी इंफ्रास्ट्रक्चर परियोजनाओं में से एक है। इसके साथ ही यह प्रोजेक्ट देश में हाई-स्पीड कनेक्टिविटी के एक नए युग की शुरुआत का प्रतीक है। बुलेट ट्रेन की खासियत की बात करें तो यह मुंबई-अहमदाबाद हाई स्पीड रेल कोरिडोर लगभग 508 किलोमीटर लंबा है। इसमें 352 किलोमीटर हिस्सा गुजरात और दादरा एवं नगर हवेली में और 156 किमी का हिस्सा महाराष्ट्र में आता है। कारिडोर की बात करें तो यह साबरमती, अहमदाबाद, आणंद, वडोदरा, भरूच, सूरत, बिलिमोरा, वापी, बोइसर, विरार, ठाणे और मुंबई जैसे प्रमुख शहरों को जोड़ेगा।
प्रोजेक्ट पूरा होने के बाद बुलेट ट्रेन से मुंबई से अहमदाबाद की यात्रा का समय घटक महज करीब 2 घंटे का रह जाएगा। इससे लोगों का काफी समय बचेगा, आरामदायक और सुरक्षित सफर मिलेगा। पूरे कॉरिडोर से व्यापार, पर्यटन और आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा मिलने और क्षेत्रीय विकास को बढ़ावा मिलने की उम्मीद है।
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