More than 1.5 lakh Indians adopted Canadian land in last five years: भारत सरकार के विदेश मंत्रालय ने विदेशी नागरिकता हासिल करने वाले भारतीय लोगों का डाटा जारी किया है। सरकार ने इस आंकड़े में जानकारी दी है कि 2018 से 2023 तक पांच साल में दो लाख साठ हजार से ज्यादा भारतीयों ने कनाडा की नगारिकता हासिल की है। जबकि, इस लिस्ट में पहले नंबर पर अमेरिका है, जहां की सिटीजनशिप तीन लाख अट्ठाईस हजार से ज्यादा लोगों ने अपनाई है। सरकार ने ये आकड़े ऐसे समय में जारी किए हैं, जब भारत और कनाडा के संबंध तनावपूर्ण स्थिति में हैं।
58 फीसदी लोगों ने अमेरिका या कनाडा की हासिल की नागरिकता
न्यूज 18 ने टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के हवाले से जानकारी दी है कि कनाडा भारतीय प्रवासियों के लिए दूसरी पसंद है। वहीं, इस लिस्ट में अमेरिका पहले नंबर पर है। इसके अलावा ऑस्ट्रेलिया तीसरे और यूके चौथे नंबर पर है। इस रिपोर्ट में जानकारी सामने आई है कि 2018 से 2023 तक आठ लाख से ज्यादा लोगों ने भारतीय नागरिकता को छोड़कर किसी दूसरे देश की सिटीजनशिप हासिल की है। इस रिपोर्ट के मुताबिक, इन लोगों ने 114 देशों की जमीन अपनाई। इसमें 58 फीसदी लोगों ने अमेरिका या कनाडा की नागरिकता ली।
2018 में एक लाख तीज हजार लोगों ने चुना विदेशी जमीन को
बता दें कि भारतीय लोगों द्वारा दूसरे देशों की नागरिकता हासिल करने का आंकड़ा हर साल बढ़ा है। 2020 में कोरोना वायरस की वजह से इसमें कुछ कमी देखने को मिली। लेकिन 2018 में एक लाख तीस हजार लोगों ने दूसरे देशों में रहना पसंद किया। वहीं, 2022 में ये आंकड़ा लगभग दुगना दो लाख बीस हजार तक पहुंच गया। बात अगर इस साल की करें तो 2023 में अतबक 87 हजार लोगों ने विदेशी जमीन को अपनाया है।
ऑस्ट्रेलिया और अमेरिका विदेशी टैलेंट को आकर्षित करने में सबसे आगे
उत्प्रवास विशेषज्ञ विक्रम श्रॉफ के अनुसार, भारतीयों द्वारा विदेशी नागरिकता अपनाने के कई कारण हैं। इसमें लोग उच्च शिक्षा, उच्च जीवन स्तर, बच्चों की पढ़ाई, रोजगार और अच्छे स्वास्थ्य सेवाओं के लिए जाते हैं। इसमें ऑस्ट्रेलिया और अमेरिका विदेशी टैलेंट को आकर्षित करने में सबसे आगे हैं।