Modi Cabinet Meeting : पीएम नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में कैबिनेट ने बुधवार को चार बड़े स्पेस प्रोजक्टों को मंजूरी दी, जिनमें चंद्र मिशन, शुक्र ग्रह मिशन, लगातार चल रहे गगनयान मिशन के कार्य को आगे बढ़ाने और अंतरिक्ष में भारतीय स्पेस स्टेशन स्थापित करना शामिल है। अंतरिक्ष एजेंसी द्वारा निर्धारित विजन 2047 के लिए यह अनुमति दी गई है। केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कैबिनेट के फैसलों की घोषणा की।
कैबिनेट की बैठक के बाद केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि केंद्र ने स्पेस मिशन से जुड़े 4 प्रोजेक्टों को मंजूरी दी। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) ने मार्च 2028 में शुक्र मिशन को लॉन्च करने का लक्ष्य रखा है, जब धरती और शुक्र सबसे करीब होंगे। 2014 में मार्स ऑर्बिटर मिशन के बाद यह भारत का दूसरा मिशन होगा। इस परियोजना को 1,236 करोड़ रुपये की मंजूरी दी गई है।
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चंद्रयान-4 मिशन को भी मंजूरी
उन्होंने आगे कहा कि अगर चंद्रयान- 4 मिशन की बात करें तो इस मिशन के लिए 2,104.06 करोड़ रुपये निर्धारित किए गए हैं। इस मिशन में पांच मॉड्यूल होंगे, जिन्हें दो अलग-अलग लॉन्च पर अंतरिक्ष में ले जाया जाएगा। इस मिशन को चंद्र सतह पर उतरने, सैंपल एकत्रित करने, उन्हें वैक्यूम कंटेनर में संग्रहित करने और उन्हें वापस लाने के लिए डिजाइन किया गया है। भारत की योजना 2040 तक इंसानों को चंद्रमा पर भेजने की है।
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भारतीय अंतरिक्ष स्टेशन स्थापित करने का लक्ष्य
वैष्णव ने कहा कि ये चंद्रमा पर मानवयुक्त मिशन के विजन के लिए शुरुआती कदम हैं। यह एक ऐतिहासिक मिशन होगा। चांद पर उतरना ही एक बड़ा कदम था, अब चांद से सैंपल वापस लाए जाएंगे। वहीं, केंद्रीय मंत्रिमंडल ने गगनयान मिशन को जारी रखने और 20,193 करोड़ रुपये की लागत से भारतीय अंतरिक्ष स्टेशन (BAS) की स्थापना को भी मंजूरी दी। इसरो ने बीएएस के पहले मॉड्यूल के सभी प्रक्षेपणों और संचालन को पूरा करने के लिए दिसंबर 2029 की समय सीमा तय की है। इस प्रोजेक्ट में 8 मिशन होंगे, जिनमें से 4 अंतरिक्ष स्टेशन बनाने के लिए आवश्यक हैं। यह दो मानवरहित और एक मानवयुक्त मिशन के अतिरिक्त होगा, जिसे गगनयान मिशन के तहत पहले ही मानव अंतरिक्ष यान के लिए मंजूरी दी जा चुकी है।