नई दिल्ली: मणिपुर हिंसा मामले में विपक्ष (I.N.D.I.A) नेताओं के एक प्रतिनिधिमंडल ने आज राष्ट्रपित द्रौपदी मुर्मू (Draupadi Murmu) से मुलाकात की। इन नेतओं ने महामहिम से मुलाकात कर उन्हें राज्य (Manipur Violence) के हालात के बारे में अवगत कराया और एक ज्ञापन भी सौंपा। साथ ही विपक्षी नेताओं ने राष्ट्रपति से मणिपुर मामले में हस्तक्षेप का भी अनुरोध किया।
राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति से मुलाकात के बाद राज्य सभा में विपक्ष के नेता और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि विपक्षी दलों के गठबंधन ‘इंडिया’ के 31 सदस्यों ने राष्ट्रपति मुर्मू से मुलाकात की। इस दौरान मणिपुर का दौरा करने वाले 21 सांसदों के प्रतिनिधिमंडल ने उन्हें बताया कि मणिपुर में किस तरह की घटनाएं हो रही हैं और राज्य में कैसे हालात है।
मल्लिकार्जुन खड़गे (Mallikarjun Kharge) ने आगे कहा कि कहा कि हमने राष्ट्रपति को विशेष रूप से मणिपुर में महिलाओं (Manipur Violence) के खिलाफ अत्याचार, पुनर्वास और अन्य स्थितियों के बारे में जानकारी दी। हमने उन्हें बताया कि प्रभावित इलाकों में लोगों के पास खाना और पानी तक नहीं है। बीमार लोगों के लिए इलाज की कोई व्यवस्था नहीं है। साथ ही हमने खास तौर पर उन्हें महिलाओं पर हो रहे अत्याचार के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि वो इसे जरूर देखेंगी।
साथ ही उन्होंने कहा कि हमारी मुख्य मांग है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मणिपुर का दौरा करें और राज्य में शांति बहाल करने की दिशा में कदम उठाना चाहिए। उन्होंने आगे कहा कि मणिपुर इस घटना पर सरकार चर्चा नहीं करना चाहती है। विपक्ष को संसद मे सम्मान नहीं दिया जा रहा। मेरा माइक कई बार बंद हुआ। यह दर्शाता है कि सरकार डेमोक्रेसी के तहत नहीं चलना चाहती है।
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