Manipur Violence: कांग्रेस नेता राहुल गांधी के मणिपुर दौरे के बीच राजनीति गरमा गई है। विपक्ष मणिपुर हिंसा को लेकर लगातार केंद्र पर हमलावर है। विपक्ष ने राज्य सरकार को हिंसा को रोकने में नाकाम बताते हुए मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह के इस्तीफे की मांग की है।
जानकारी के मुताबिक, मुख्यमंत्री बीरेन सिंह आज मणिपुर की राज्यपाल अनुसुइया उइके से मुलाकात करेंगे। उधर, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने आज कहा कि जब (अमित) शाह जा सकते हैं तो विपक्ष के लोग वहां क्यों नहीं जा सकते? अगर वे (राहुल गांधी) गए तो ड्रामा, आप गए तो क्या? महाड्रामा? आपको उनकी यात्रा के बारे में 4 दिन पहले ही पता था, तो आपने उनको सुरक्षा पहले क्यों नहीं दी?
#WATCH | Congress national president Mallikarjun Kharge says, "They (BJP) always speak with jealousy. If a Congress leader goes there (Manipur) to try and understand the difficulties of the people, they call it a drama. They call the Opposition meeting in Patna, a photo session.… pic.twitter.com/VeEX3FCmb9
— ANI (@ANI) June 30, 2023
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खरगे ने कहा कि एक व्यक्ति लोगों से उनके हालात समझने, कठिनाई जानने की कोशिश करता है उसे ड्रामा कहते हैं, यह आपकी तानाशाह वाली मानसिकता दिखाता है। वह विपक्ष को देश में सहन नहीं कर सकते। ऐसे विचारधारा वाले लोगों की निंदा करता हूं।
23 जून को अमित शाह से मिले थे बीरेन सिंह
मणिपुर में हिंसा को लेकर बीरेन सिंह ने रविवार (23 जून) को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की थी। समाचार एजेंसी के अनुसार, उन्होंने कहा था कि मैंने गृह मंत्री को राज्य में जमीनी स्तर पर उभरती स्थिति के बारे में जानकारी दी है। उन्होंने यह भी कहा कि राज्य और केंद्र सरकारें हिंसा को ‘काफ़ी हद तक’ नियंत्रित करने में सक्षम हैं।
मणिपुर में हिंसा से 120 से अधिक लोगों की मौत
मणिपुर में मैतेई और कुकी समुदायों के बीच चल रहे जातीय संघर्ष में अब तक 120 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। गुरुवार को मणिपुर में हुए ताजा हिंसा में तीन लोगों की मौत हो गई थी। राज्य में अब तक 131 लोगों की मौत हो चुकी है जबकि 400 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं। 50 हजार से ज्यादा लोग घर छोड़कर राहत शिविरों में रह रहे हैं। राज्य सरकार ने कार्रवाई करते हुए अब तक 144 लोगों को गिरफ्तार किया है जबकि 6 हजार से ज्यादा मामले दर्ज किए गए हैं। राज्य में 30 जून तक इंटरनेट बैन कर दिया गया है।
बता दें कि सबसे पहले हिंसा तीन मई को पहाड़ी जिलों में ‘आदिवासी एकजुटता मार्च’ के आयोजन के बाद भड़की थी। मैतेई समुदाय ने अनुसूचित जनजाति (एसटी) दर्जे की मांग थी, जिसके विरोध में आदिवासी एकजुटता मार्च निकाली गई थी। इसी दौरान कुकी और मैतेई समुदाय के लोगों के बीच हिंसा भड़क गई थी।
मणिपुर के दो दिनों के दौरे पर राहुल गांधी, आज आखिरी दिन
राहुल गांधी मणिपुर के दो दिनों के दौरे पर गुरुवार को यहां पहुंचे थे। उन्होंने चूराचांदपुर के रिलीफ कैंप में हिंसा प्रभावित लोगों से मुलाकात की थी। आज उनके दौरे का आखिरी दिन है। आज उन्होंने मोइरांग रिलीफ कैंप में हिंसा प्रभावितों से मुलाकात की।