TMC Out From INDIA Bloc Virtual Meeting : आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर विपक्षी गठबंधन इंडिया में कांग्रेस और बाकी दलों के बीच बातचीत चल रही है। शनिवार यानी कल गठबंधन के 14 मुख्य दलों के प्रमुखों की एक वर्चुअल बैठक होनी है। लेकिन इससे ठीक पहले पश्चिम बंगाल में सत्ताधारी और ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) ने इस बैठक में शामिल न होने की बात कह कर एक बार फिर संकेत दे दिया है कि विपक्ष में सब कुछ ठीक नहीं चल रहा। उधर, जनता दल यूनाइटेड जदयू इस बात पर जोर दे रही है कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को गठबंधन का संयोजक नियुक्त किया जाए।
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INDIA गठबंधन की कल की लीडर्स मीटिंग में TMC प्रमुख ममता बनर्जी के शामिल होने की संभावना नहीं!
टीएमसी सूत्रों के मुताबिक पहले से ममता बनर्जी का कार्यक्रम तय! pic.twitter.com/HDxuhLFrl7---विज्ञापन---— Niraj Kumar (@nirajjournalist) January 12, 2024
बता दें कि बंगाल में सीट बंटवारे को लेकर टीएमसी और कांग्रेस एकमत नहीं हैं। बैठक में न शामिल होने का ऐलान करने से पहले टीएमसी ने कांग्रेस की राष्ट्रीय गठबंधन समिति के साथ सीट बंटवारे की वार्ता में शामिल होने से भी इनकार कर दिया था। टीएमसी संकेत दे चुकी है कि वह प्रदेश में कांग्रेस को अधिकतम तीन सीटें दे सकती है। इस ऑफर को कांग्रेस पहले ही रिजेक्ट कर चुकी है।
इसलिए शामिल नहीं होंगी ममता बनर्जी
टीएमसी सूत्रों के अनुसार ममता बनर्जी इस बैठक में इसलिए शामिल नहीं हो पाएंगी क्योंकि उन्होंने पहले ही कुछ कार्यक्रमों में शामिल होने की तैयारी कर ली है। पार्टी को सुबह 11.30 बजे होने वाली बैठक की जानकारी एक दिन पहले शाम 5 बजे मिली थी। यह बैठक पार्टियों के अध्यक्षों की है। टीएमसी नेताओं ने कांग्रेस से कह दिया है कि अगर बैठक का आयोजन अगले सप्ताह किया जाता है तो फिर ममता बनर्जी उसमें शामिल हो सकती हैं। लेकिन इतने शॉर्ट नोटिस पर वह इसमें नहीं शिरकत कर पाएंगी। टीएमसी के एक नेता ने यह भी कहा कि कांग्रेस पार्टी ने इस बात की जानकारी भी नहीं साझा की है कि इस बैठक का एजेंडा क्या है।
संयोजक के नाम पर हो सकती है चर्चा
माना जा रहा है इस बैठक में इस बात पर चर्चा हो सकती है कि गठबंधन का संयोजक कौन होगा। सूत्रों के अनुसार जदयू का कहना है कि कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे गठबंधन के अध्यक्ष बनें और नीतीश कुमार को संयोजक बनाया जाए। उनका मानना है कि यह कॉम्बिनेशन उस स्थिति में एक पॉजिटिव सिग्नल भेजेगा जब विपक्ष में प्रधानमंत्री पद के लिए किसी चेहरे को उम्मीदवार नहीं बनाया जा रहा है। इस प्रस्ताव को लेकर जदयू पिछले दो सप्ताह में गठबंधन के कई नेताओं के संपर्क साध चुकी है। इस बात की चर्चा भी चल रही है कि संयोजक के नाम पर कांग्रेस के रूखे रुख को देखते हुए जदयू उससे खुश नहीं है।
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