Mahua Moitra Pinaki Misra wedding inside story: महुआ और पिनाकी मिश्रा के रिश्ते को लेकर पहले भी चर्चा होती रही है, खासकर जब बीजेपी ने कैश फॉर क्वेरी विवाद के दौरान दोनों के करीबी संबंधों का आरोप लगाया था। हालांकि, पिनाकी मिश्रा ने इन आरोपों को खारिज करते हुए उन्हें झूठा और दुर्भावनापूर्ण बताया था और कानूनी कार्रवाई की चेतावनी दी थी। अब जर्मनी में हुए एक आयोजन में दोनों नेताओं की शादी की खबर सामने आई है। इस शादी को गोपनीय क्यों रखा गया, इसकी वजह भी सामने आई है। हालांकि अब तक इस शादी को लेकर न तो महुआ मोइत्रा और न ही पिनाकी मिश्रा की ओर से कोई आधिकारिक पुष्टि या बयान सामने आया है, लेकिन सोशल मीडिया पर इसे लेकर चर्चाओं का दौर जारी है।
दोनों लंबे समय से संसद में सक्रिय
महुआ मोइत्रा मौजूदा कृष्णनगर लोकसभा सीट से तृणमूल पार्टी की सांसद हैं और पिनाकी मिश्रा पहले पुरी लोकसभा सीट से BJD के पूर्व सांसद रह चुके हैं। राजनीतिक या सामाजिक मंचों पर दोनों की मुलाकात पहले से होती रही है और दोनों लंबे समय तक संसद में सक्रिय रहे। इस दौरान दोनों की नजदीकियां बढ़ीं होंगी, जिसने दोनों को आज एक कर दिया।
दोनों नेताओं की ये दूसरी शादी
महुआ मोइत्रा और पिनाकी मिश्रा, दोनों की दूसरी शादी है। महुआ की पहली शादी 2003 में डेनिश फाइनेंशर लार्स ब्रोरसन से हुई। उनके साथ तलाक हो चुका है। वहीं, पिनाकी की भी पहली शादी 1984 में हुई थी, जिससे उनके दो बच्चे हैं।
इस वजह से शादी को गोपनीय रखने का फैसला
हाई-प्रोफाइल राजनेता की वजह से दोनों ने जर्मनी में सादगीभरे माहौल में शादी का फैसला लिया। गोपनीयता इसलिए बरती गई, क्योंकि भारत में ऐसी शादी सुर्खियां बन सकती थी। महुआ एक पूर्व निवेश बैंकर हैं, जबकि पिनाकी एक अनुभवी वकील और राजनेता हैं।
महुआ अमेरिका से शिक्षित, पिनाकी दिल्ली में
महुआ मोइत्रा 50 वर्ष की हैं। उनकी शिक्षा कोलकाता और अमेरिका के माउंट होलीक कॉलेज से हुई, जहां उन्होंने अर्थशास्त्र और गणित में स्नातक किया। राजनीति में आने से पहले वे जेपी मॉर्गन में निवेश बैंकर थीं। वहीं, पिनाकी मिश्रा 65 वर्ष के हैं और दिल्ली यूनिवर्सिटी के सेंट स्टीफंस कॉलेज से शिक्षित हैं।
उन्होंने राजनीति में आने से पहले वकालत की। उनकी पहली शादी से दो बच्चे हैं।
दोनों की राजनीति की शुरुआत कांग्रेस से
महुआ मोइत्रा ने 2009 में कांग्रेस के साथ राजनीति शुरू की, फिर 2010 में TMC में शामिल हुईं। 2016 में करीमपुर से विधायक बनीं और 2019 में कृष्णनगर से लोकसभा सांसद चुनी गईं। वे अपनी बेबाकी और संसद में तीखी टिप्पणियों के लिए जानी जाती हैं। वहीं, पिनाकी मिश्रा 1996 में कांग्रेस के टिकट पर पहली बार लोकसभा पहुंचे थे और फिर 2009 से 2024 तक लगातार बीजद (BJD) के सांसद के रूप में पुरी का प्रतिनिधित्व करते रहे।