Loksabha Election 2024: बंगाल की राजनीति चार पार्टियों पर घूमती है, लेफ्ट, टीएमसी, कांग्रेस और बीजेपी, लेकिन मौजूद वक्त में टीएमसी और बीजेपी सबसे ज़्यादा मजबूत स्थिति में हैं यानि मुकाबला बीजेपी और टीएमसी के बीच है। अगर विधानसभा के नतीजों के देखें को तो ममता मजबूत स्थिति में है लेकिन 2019 लोकसभा के आंकड़े देखें तो बीजेपी से कड़ा मुकाबला है। ऐसे में INDIA गठबंधन नहीं चाहता है कि बंगल में वाम,कांग्रेस और टीएमसी अलग अलग लड़ें। जिसका सीधा और बड़ा नुकसान होगा। वोट का बिखराव होगा। ऐसे में INDIA गठबंधन को अगर बीजेपी को हराना है तो सीट शेयरिंग को बेहद सधे तरीके से सुलझाना होगा। नहीं तो वोटों का बिखराव की खमियाजा INDIA गठबंधन को झेलना पड़ेगा।
मुसलमानों का वोट बैंक
माना जाता है कि पश्चिम बंगाल में टीएमसी के पास मुसलमानों का बड़ा वोट बैंक है, जो कि 27 फीसदी के करीब है। लेकिन पिछले कुछ चुनावों में उसके मुस्लिम वोट शिफ्ट हुए हैं। कांग्रेस का दावा है कि ये वोट बैंक उनकी तरफ शिफ्ट हुआ है। इसलिए ममता बनर्जी चाहती हैं कि टीएमसी और कांग्रेस के बीच गठबंधन हो जाए ताकि मुस्लिम वोटों का विभाजन न हो सके। वो लेफ्ट के साथ कतई नहीं जाना चाहती हैं। ममता जानती हैं कि तीनों के एक आने से उनके ही हिस्से की सीट का नुकसान होगा। इसलिए लिमिटेड सीटों के साथ कांग्रेस के साथ तो तैयार हैं लेकिन लेफ्ट के साथ नहीं।
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आंख बंद करके भरोसा किया
दरअसल बंगाल में पिछले डेढ़ दशक से बंगाल में ममता बनर्जी जी का ही राज है। उन्होंने एतिहासिक जीत के साथ 2011, 2016 और फिर 2021 का विधासभा चुनाव जीता। यानी बंगाल की जनता ने ममता पर आंख बंद करके भरोसा किया है। जिसके दम पर ममता ने मोदी लहर को बंगाल के बोर्डर पर 2014 लोकसभा और 2016 विधान सभा में रोक दिया लेकिन 2019 में पहले से ज्यादा वोट शेयर के बावजूद BJP ने बंगाल में धाकेदार जीत दर्ज की। उसके बाद 2021 में एक बार फिर विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने पहले से बहुत बेहतर प्रदर्शन तो किया लेकिन वो दीदी के विजय रथ पर ब्रेक नहीं लगा पाई।
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दोनों पार्टियों में जीत के लिए लड़ाई
बावजूद इन सबके मोदी की पार्टी ने बंगाल में लगातार पहले से ज्यादा बेहतर और बेहतर प्रदर्शन किया है। जिसका एक चेहरा ये भी है कि बंगाल में अब कांग्रेस CPM और CPI का सूपड़ा साफ होता जा रहा है। ये पार्टियां सिमटती जा रही हैं और इसी का फयदा उठाकर बीजेपी और TMC ने सिर्फ वोट प्रतिशत बढ़या है। बल्कि 2024 में भी बंगाल में अब सीधी लड़ाई इन्हीं दो पार्टियों के बीच होती नजर आ रही है। बीजेपी ने 35 का टारगेट रखा है ऐसे में ममता सीट बंटवारे को ज्यादा इधर उधर नहीं करना चाहती हैं।