Kolkata Rape Case Updates: कोलकाता के RG कर अस्पताल में मेडिकल स्टूडेंट के साथ दरिंदगी के दर्द से लोग उबरे ही थे कि एक और छात्रा के साथ दरिंदगी का मामला सामने आ गया। इस बार साउथ कोलकाता का मशहूर लॉ कॉलेज सुर्खियों में है। इस कॉलेज की स्टूडेंट के साथ 3 युवकों ने रेप किया है और अश्लील वीडियो बनाए। किसी को बताने पर वीडियो वायरल करने और जाने से मारने की धमकी दी। वारदात गार्ड रूम में अंजाम दी गई। पीड़िता ने पुलिस को शिकायत देकर FIR दर्ज कराई है। पुलिस ने पीड़िता का मेडिकल कराया है, जिसकी रिपोर्ट में रेप होने की पुष्टि हुई। पुलिस ने तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। कोलकाता पुलिस कमिश्नर मनोज वर्मा और जॉइंट CP (क्राइम) रूपेश कुमार ने मामले की पुष्टि की है।
यह भी पढ़ें:कोरोना जैसी नई महामारी दस्तक दे सकती है? जानें हेनिपा वायरस कितना खतरनाक और कैसे फैलेगा?
आइए मामले से जुड़े अब तक के 5 बड़े अपडेट जानते हैं…
कौन हैं तीनों आरोपी?
एक आरोपी 31 साल का मोनोजीत मिश्रा है। दूसरा आरोपी 19 वर्षीय जैब अहमद और तीसरा 20 वर्षीय प्रमित मुखर्जी है। मोनोजीत मुख्य आरोपी है और वह कॉलेज का पूर्व छात्र है। मोनोजीत के तृणमूल कांग्रेस के छात्र संगठन से कनेक्शन बताया गया है, लेकिन TMC का कहना है कि वह संगठन का एक्टिव मेंबर नहीं हैं। जैब और प्रमित कॉलेज के वर्तमान स्टूडेंट हैं। मोनोजीत छात्र संगठन से कनेक्शन के कारण कॉलेज की स्टूडेंट यूनियन से जुड़ा था और अकसर कॉलेज आता-जाता रहता था। जैब कोलकाता के ही टॉपसिया इलाके का निवासी है। कॉलेज स्टूडेंट यूनियन की एक्टिविटीज में मोनोजीत से उसकी दोस्ती हुई थी। प्रमित सेकंड ईयर का स्टूडेंट है। वह कॉलेज यूनियन से जुड़ा नहीं था, लेकिन जैब के साथ उसकी दोस्ती है। इसलिए उसका मोनोजीत के साथ भी उठना बैठना हो गया था। जैब और प्रमित मध्यमवर्गीय परिवार से आते हैं।
यह भी पढ़ें:लाल पोटली में कैद है राजा रघुवंशी की हत्या का राज, मर्डर केस में अब तक 9 आरोपी गिरफ्तार
रिमांड पर भेजे गए आरोपी
2 आरोपी मोनोजीत और जैब 26 जून को सिद्धार्थ शंकर राय शिशु उद्यान के पास से गिरफ्तार किया गया था। तीसरे आरोपी प्रमित को 27 जून को सुबह उसके घर से दबोचा गया। शाम तक पुलिस ने तीनों आरोपियों को अलीपुर कोर्ट में पेश कर दिया। पुलिस ने तीनों का 14 दिन का रिमांड मांगा, लेकिन जज ने मंगलवार तक के लिए तीनों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया। कसबा थाना पुलिस ने केस में FIR दर्ज की है। कॉलेज कैंपस को सील कर दिया गया है। गार्ड रूम से सभी सबूत जुटा लिए गए हैं। कॉलेज की CCTV फुटेज भी पुलिस खंगाल रही है। पुलिस ने तीनों आरोपियों के मोबाइल भी जब्त कर लिए हैं।
FIR में क्या लिखा?
वारदात 25 जून की रात को अंजाम दी गई। पीड़िता के सामने मोनोजीत ने शादी का प्रस्ताव रखा था, लेकिन उसने प्रस्ताव ठुकरा दिया था। मोनोजीत उससे बात करना चाहता था। काफी कहने पर वह उससे बात करने के लिए कॉलेज में रुकी थी, लेकिन वह देरी से आया। पीड़िता कॉलेज यूनियन के कमरे में उसका इंतजार कर रही थी कि मोनोजीत, जैब और प्रमित आए। मोनोजीत उसे जबरन गार्ड रूम में ले गया। मोनोजीत ने जैब और प्रमित को बाहर खड़ा कर दिया और कमरे का दरवाजा अंदर से बंद कर लिया। मोनोजीत जबरदस्ती करने लगा। उसने हाथ जोड़कर पैर पकड़कर जाने देने को कहा, लेकिन वह नहीं माना और फिर उसके साथ रेप किया। उस समय कॉलेज में कोई नहीं था। आरोपियों ने उसका अश्लील वीडियो भी बनाया और वायरल करने की धमकी दी।
यह भी पढ़ें:प्रेमानंद महाराज की AI फोटो वायरल होने पर क्या बोला आश्रम? अज्ञात के खिलाफ दर्ज कराई FIR
मेडिकल रिपोर्ट में क्या आया?
पीड़िता की मेडिकल रिपोर्ट में उसके साथ दरिंदगी होने के सबूत पुलिस को मिले हैं। पीड़िता के शरीर पर जबरन शारीरिक संबंध बनाने, दांतों से काटने और नाखूनों से खरोंच मारने के निशान मिले हैं। पुलिस मेडिकल रिपोर्ट को सबसे अहम सबूत मान रही है। मुख्य सरकारी अभियोजक सोरिन घोषाल ने सुप्रीम कोर्ट के एक फैसले का हवाला देते हुए कहा कि घटना को रेप नहीं गैंगरेप माना जाएगा। क्योंकि अगर एक दुष्कर्म करता है और अन्य किसी भी तरीके से आरोपी मदद करते हैं तो वे भी आरोपी माने जाएंगे। इसलिए केस गैंगरेप का है और तीनों युवक आरोपी माने जाएंगे।
विरोध प्रदर्शन और NCW का एक्शन
कॉलेज में घटनाक्रम की खबर फैलते ही आरोपियों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया। कॉलेज के स्टूडेंट्स पीड़िता के लिए न्याय की मांग कर रहे हैं। दूसरी ओर, राष्ट्रीय महिला आयोग (NCW) ने मामले में संज्ञान लिया है। NCW की चेयरपर्सन विजया रहाटकर ने कोलकाता पुलिस कमिश्नर को लेटर लिखा है। उन्होंने कोलकाता पुलिस ने केस की तुरंत जांच करने और आयोग को रिपोर्ट देने की मांग की है। आयोग ने पीड़ित को मेडिकल, लीगल और काउंसिलिंग संबंधी मदद देने, मुआवजा दिलाने की बात कही है।