जम्मू कश्मीरी मूल के अमेरिकी नागरिक सैयद गुलाम नबी फई की तलाश तेज हो गई है। अदालत ने गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम (UAPA) के तहत गुलाम नबी फई को अपराधी घोषित करते हुए 30 दिन में सरेंडर करने का आदेश दिया है। इसे लेकर नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (NIA) ने गुलाम नबी फई को चेतावनी जारी की है। आइए जानते हैं कि कौन है सैयद गुलाम नबी फई?
अमेरिका की फेडरल ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टिगेशन (FBI) पहले सैयद गुलाम नबी फई को गिरफ्तार कर चुकी है। एनआईए कोर्ट ने उसे एक महीने में हाजिर होने के लिए कहा। इसी क्रम में अब एनआईए ने फई को सरेंडर करने की चेतावनी दी है। ऐसे में अब गुलाम नबी फई को 30 अप्रैल 2025 से 30 दिनों के भीतर जम्मू-कश्मीर पुलिस के सामने आत्मसमर्पण करना होगा।
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कौन है सैयद गुलाम नबी फई?
सैयद गुलाम नबी फई इस वक्त अमेरिका में है। वह कश्मीरी मूल का अमेरिकी नागरिक है और जमात-ए-इस्लामी से जुड़ा है। उसके खिलाफ बडगाम में गैर कानूनी गतिविधियों की रोकथाम अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज है। फई अमेरिका में रहने वाला पाकिस्तान समर्थित कश्मीरी अलगाववादी है, जिसे FBI ने 2011 में गिरफ्तार किया था और फिर उसे दो साल की जेल काटनी पड़ी थी।
ISI और पाकिस्तान सरकार से मिले करोड़ों रुपये
FBI के अनुसार, साल 2011 में गिरफ्तार किए गए सैयद गुलाम नबी फई को आईएसआई और पाकिस्तान सरकार से 1990 से अबतक 35 लाख डॉलर (26 करोड़ रुपए) मिल चुके थे। वर्जिनिया कोर्ट में 7 दिसंबर 2011 को एक शपथ पत्र दाखिल किया गया था, जिसमें कहा गया था कि पिछले 20 सालों से फई ने पाकिस्तानी इंटलिजेंस से लाखों डॉलर लिए और अमेरिकी सरकार से झूठ बोला।
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